CM Mohan Yadav big action : भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों की खैर नहीं मुख्यमंत्री का बड़ा एक्शन

CM Mohan Yadav big action

मध्य प्रदेश में भ्रष्ट अधिकारियों के ऊपर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई अपर कलेक्टर (CM Mohan Yadav big action ) पर कार्यवाही

CM Mohan Yadav big action : मध्य प्रदेश में भ्रष्ट कर्मचारियों की खैर नहीं है या तो भ्रष्टाचार बंद कर अच्छे से कम करें तो ठीक है नहीं तो अगर भ्रष्टाचार के मामले सामने आते हैं तो उनके ऊपर कार्यवाही होना निश्चित है यह बात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कही है ।

उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ही कार्य होंगे अगर कोई गड़बड़ होती है तो खैर नहीं ऐसे ही भ्रष्ट अपर कलेक्टर को ₹5000 की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा था जिस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मऊगंज अपर कलेक्टर को निलंबन करने के आदेश जारी कर दिए ।  

यह था मामला

मऊगंज जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपर कलेक्टर के पद पर नियुक्त अशोक कुमार ओहरी ने फरियादी से बंटवारे की फाइल में राजस्व न्यायालय द्वारा उसके पक्ष में कार्यवाही करने के बदले में रिश्वत की मांग की थी अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी ने फरियादी से ₹20000 की डिमांड की थी इसके बाद अपर कलेक्टर ने फरियादी से 10000 रुपए की पहली किस्त ले ली थी ।

गुरुवार को दूसरी किस्त के रूप में अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी द्वारा 5000 रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों अपर कलेक्टर को गिरफ्तार कर लिया था इस प्रकरण की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपर कलेक्टर को पद से निलंबित कर दिया था मऊगंज जिले में कलेक्ट्रेट कार्यालय में पदस्थ अपर कलेक्टर को 5000 की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था

मऊगंज के अपर कलेक्टर 5000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए थे

आपको बता दें कि मऊगंज जिले के अंतर्गत ग्राम खूझ तहसील नईगढ़ी के निवासी फरियादी रामनिवास तिवारी का पारिवारिक पटवारी का प्रकरण मऊगंज एडीएम न्यायालय में बहुत दिन से लगा हुआ था रामनरेश के परिवार के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहे थे 2022 से चल रहे इस प्रकरण में सनी के दौरान पहुंचे ।

रामनिवास तिवारी से अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी ने फरियादी के पक्ष में निर्णय सुनाने की बात कही और फरियादी से कहा कि तुम ₹20000 लेकर आओ तभी मैं तुम्हारे पक्ष में निर्णय सुनाऊंगा इसके बाद फरियादी ने रिश्वत की पहली किस्त ₹10000 अपर कलेक्टर को पहले ही दे दिए थे ।

इसके बाद फरियादी बाकी बचे हुए ₹10000 रिश्वत की डिमांड निरंतर अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी द्वारा फरियादी रामनिवास तिवारी से की जा रही थी

रीवा लोकायुक्त पुलिस जाल बिछाते हुए ट्रैप किया

इसके बाद अपर कलेक्टर कि इस डिमांड से परेशान होकर फरियादी रामनिवास तिवारी ने अपर कलेक्टर की शिकायत रीवा लोकायुक्त पुलिस से कर दी रीवा लोकायुक्त पुलिस ने अपर कलेक्टर के लिए जाल बिछाते हुए अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी को ट्रैप किया जिसके चलते फरियादी से 5000 की रिश्वत लेते हुए अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओवरी को कलेक्टर कार्यालय के अंदर ही उनके कक्ष से उन्हें रीवा लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिए निलबन के आदेश

इस प्रकरण की जानकारी मिलते ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बहुत नाराजगी जताई उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा मध्य प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत रिश्वत (CM Mohan Yadav big action) लेने के मामले में अपर कलेक्टर जिला मऊगंज को तत्काल प्रभाव से निलंबन करने का आदेश दिया था ।

नागरिकों के हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । पहले भी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारी को सख्त हिदायत दी जा चुकी थी कि किसी भी प्रकार की जमीन का नामांतरण या बटवारा आदि मामलों के निराकरण में गंभीरता बढ़ाते हुए मध्य प्रदेश सरकार अपने नागरिकों को बेहतर तत्पर और पारदर्शी तरीके से सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है

इसी के चलते डॉक्टर मोहन यादव ने सभी नागरिकों को सजग रहने की सलाह दी है उन्होंने कहा कि नागरिकों को किसी भी सेवा के लिए अतिरिक्त रुपए देने की जरूरत नहीं है

Alok Singh

मेरा नाम आलोक सिंह है मैं भगवान नरसिंह की नगरी नरसिंहपुर से हूं ।और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में आया था ।मुझे पत्रकारिता मैं इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया का 20 वर्ष का अनुभव है खबरों को प्रमाणिकता के साथ लिखने के हुनर में माहिर हूं।

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