MP Farmers compensation: बारिश मे तबाह हुई फसलों को लेकर मुख्यमंत्री का कलेक्टरो को निर्देश जानिए
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि जल्द से जल्द सर्वे करा कर किसानों को फसलों का मुआवजा (MP Farmers compensation) दिया जाएगा
MP Farmers compensation : मध्य प्रदेश के बहुत से जिलों में अत्यधिक बारिश से फसले क्षतिग्रस्त हो गई है इसको ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जिलों के कलेक्टर के साथ साथ इससे संबंधित अधिकारियों को फसलों के नुकसान का आकलन करने के दिशा निर्देश दिए हैं
फसलों का सर्वे शुरू किया गया है मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि जल्द से जल्द सर्वे करा कर किसानों को फसलों का मुआवजा दिया जाएगा इस साल मानसून ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में बहुत अधिक तबाही मचाई है जिससे फसलों को बहुत नुकसान हुआ है ।
सितंबर माह के शुरुआती सप्ताह में अधिकांश जिलों में अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है खासकर चंबल और ग्वालियर जिलों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है ।
इसी के चलते अब किसान मुआवजे के लिए सरकार की ओर आशा लगाये बैठी है किसानों का कहना है कि अगर हमको मुआवजा नहीं मिला तो अगली फसल तो बहुत दूर की बात है खाने को भी तरस जाएंगे क्योंकि फसले पानी में क्षतिग्रस्त हो गए हैं ।
फसले पानी में डूब कर सब गई है जितनी भी लागत लगाई थी सब पानी में समा गई है सोचा था फसलों से पूरी लागत का हिसाब बराबर हो जाएगा लेकिन अब तो खाने को भी तरस जाएंगे मुरैना जिले में भी बारिश से अत्यधिक फसले बर्बाद हो चुकी है
मुख्यमंत्री ने दिए कलेक्टरो को निर्देश
प्रदेश के किसानों की परेशानियों को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव बहुत गतिशील है कैबिनेट बैठक में फसलों की बर्बादी के मुद्दे पर भी बहुत चर्चाएं की गई मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विभागीय मंत्रियों से इस बारे में चर्चाएं की इसके बाद मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टर को फसलो की बर्बादी और नुकसान की गणना करने के निर्देश दिए हैं ।
राजस्व अमला मैदान में
मुख्यमंत्री के निर्देश आते ही कलेक्टर ने राजस्व संबंधी मामले को मैदान में उतार दिया कलेक्टर ने कहा कि फसलों के नुकसान का सर्वे बहुत से जिलों में शुरू कर दिया गया है जिस पर मुख्यमंत्री ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि जल्द से जल्द सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा प्रदान किया जाए जिससे किसानों को राहत मिल सके
मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 4 लाख रुपए
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह भी निर्देश दिए हैं की बाढ़ के कारण जहां जान और धन का नुकसान हुआ है उसका भी विस्तार में ब्यौरा तैयार किया जाए और अगर कहीं जनहानि हुई है तो पीड़ित परिवार को4 लख रुपए की राशि राहत के रूप में प्रदान की जाए ।
इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अत्यधिक बारिश और बाढ़ के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए शुक्रवार को एक बैठक बुलाई जिसमें आपात और राहत कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं ।
इससे संबंधित अधिकारियों से कहा गया है कि 30 सितंबर तक प्रदेश में बारिश हो सकती है और यह भी कहा गया कि इसको नजरअंदाज ना करते हुए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टी कैंसिल की जाए और कहां गया कि राहत कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी