Navratri Special एमपी में हरसिद्धि माता का अद्भुत चमत्कार अजगर के दर्शन से पलट जाती भक्तों की किस्मत
माता के मंदिर के रक्षक के रूप में (Navratri Special) अजगर तथा काले नागों के रूप में सिद्ध पुरुष रहते हैं ।
Navratri Special आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह खबर आपको मध्य प्रदेश के सागर की बता रहे हैं जहां पर हर सिद्धि का अद्भुत मंदिर है जी हां बताया जा रहा है कि यह माता के मंदिर के रक्षक के रूप में अजगर तथा काले नागों के रूप में सिद्ध पुरुष रहते हैं जिसमें यह बताया जाता है कि यह विशाल सांपों के दर्शन करने पर सभी भक्तों की किस्मत बदल जाती है और उनकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
यह लाल पहाड़ी पर स्थित मां हरसिद्धि माता का बागराज मंदिर अजगर दादा के लिए फेमस है जी हां बताया जा रहा है कि यहां हर नवरात्र में इनके दर्शन एक बार जरूर होते हैं और यह दर्शन होते ही मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है और तकदीर पलटने लगती है।
यहां पर कुछ समय पहले तक जो विशालकाय अजगर निकलते थे उनका आकार और स्वरूप हिना का एनाकोंडा से भी बड़ा तथा 40 फीट तक के बताया जाता है। जी हां बताया जा रहा है कि यहां सागर के सैकड़ो भक्त उनके दर्शन करते हैं और अपनी किस्मत को चमकते हैं परिसर में श्री हनुमान मंदिर के नीचे बड़ी-बड़ी गुफाएं हैं जिसमें सांपों का बसेरा होता है।
अब निकलते छोटे अजगर दादा
यह जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कुछ समय पहले उनके पिता के साथ में बाघराज के पीछे वाली पहाड़ी में बनी गुफा के पास पड़े अजगर दादा के दर्शन हुए थे और उनका आकार पेड़ के ताने जितना था जो की लंबाई 20 फीट से ज्यादा थी और अब उनके दर्शन नहीं होते परंतु उनके वंशज जरूर आते हैं और इनका आकर भी 10 से 15 फीट का लंबाई में होता है।
डरने की बजे छूकर करते पूजा
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह बागराज मंदिर में हरसिद्धि माता विराजमान है जिसमें बताया जाता है कि यहां इलाका घने जंगलों का है और यहां पर बाग माता के दर्शन को आते हैं इसीलिए यहां एरिया का नाम बाघराज पड़ गया यह मंदिर परिसर में स्थित गुफा में रहने वाले अजगर दादा को लोग डरने की बचाई इसकी रोजाना पूजा करते हैं और अपनी मनोकामना को पूर्ण करते हैं
यह गुफा के द्वार पर जल को चढ़कर के पुष्प चढ़ाते हैं और बहुत सी टिया और लोगों ने उनके छूकर भी दर्शन किए हैं और यह सत्य है यहां सांप ने किसी भी इंसान है जानवर को कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
इन रूपों में देते दर्शन
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि बताया जा रहा है यह मंदिर के पुजारी तथा सेवक पंडित पुष्पेंद्र महाराज के मुताबिक कि वह बचपन से यहां आते रहे हैं जो कि लगभग 40 साल से यहां पर सेवा दान कर रहे हैं बताया जा रहा है की मां भवानी की मंदिर कृपा से उनके बड़े अजगर दादा समेत कई विशालकाय सांपों के दर्शन हो चुके हैं।
जिसमें नवरात्र में मंदिर परिसर में कभी काले सांप के रूप में तो कभी अजगर दादा के रूप में दर्शन देते नजर आ रहे हैं।
60 से ज्यादा अजगर पकडे
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह सागर के स्कैन कैचर अखिल बाबा के मुताबिक बताया जा रहा है कि वह बागराज मंदिर के आसपास तथा परिसर के इलाके में कभी भी सांप पकड़ने नहीं गए जब भी यहां अजगर तथा काली नाग आते हैं तो इन्हें देवता मानकर के पूछते हैं।
यह बाघराज पहाड़ी के पीछे बने राजीव आवास जनजाति है छात्रावास सहित देसी पहाड़ी इलाके में लगभग से 50 से ज्यादा अजगर पकड़े गए हैं जो की प्राकृतिक रूप से पहाड़ियों की गुफाओं के गुफाओं में आज करो का बसेरा है। और अजगारिणी के वंशज होते हैं जो शिकार के लिए आवश्यक क्षेत्र में पहुंच जाते हैं बताया जाता है कि आज कर्नाटक को लेकर के बहुत ही आस्था है।