Aaj ka Mausam : मध्यप्रदेश में सर्दी ने फिर पकड़ी रफ्तार ,जानिए 3 जनवरी 2025 को कैसा रहेगा
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में पारा 7.6 डिग्री तक पारा लुढ़क चुका है। और आगामी दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

- पारा गिरने से बढ़ रही ठंड
- प्रदेश के कई जिलों में तापमान में गिरावट आ रही है
- मध्यप्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा छाया
- सर्दी का सबसे अधिक असर पचमढ़ी, रायसेन और धार में
Aaj ka Mausam : मध्यप्रदेश में 2 जनवरी 2025 को सर्दी ने एक बार फिर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के कई जिलों में तापमान में गिरावट आ रही है, जिससे ठंड और शीतलहर की स्थिति बन गई है।
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में पारा 7.6 डिग्री तक पारा लुढ़क चुका है। और आगामी दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। भोपाल, इंदौर, धार, पचमढ़ी, उज्जैन समेत 35 जिलों में दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट देखी गई है।
सर्दी का सबसे अधिक असर पचमढ़ी, रायसेन और धार में
पचमढ़ी, जो अपने शांतिपूर्ण वातावरण और ठंडे मौसम के लिए जाना जाता है, अब मध्यप्रदेश के सबसे सर्द स्थानों में से एक बन चुका है। यहाँ रात का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
इसके अलावा, पचमढ़ी में रात के तापमान में 7.6 डिग्री की गिरावट आई है। रायसेन में दिन का तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदेश के अन्य हिस्सों से काफी कम था। धार में भी दिन का तापमान 4 डिग्री गिरा है, ।
शीतलहर और घना कोहरा
मध्यप्रदेश के कई जिलों में शीतलहर और घना कोहरा छाया हुआ है। 2 जनवरी को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, देवास, शाजापुर, सीहोर, बैतूल, रायसेन, सीधी, सिंगरौली, राजगढ़ और अन्य जिलों में घना कोहरा देखा गया।
इसके साथ ही, भोपाल, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, राजगढ़, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, उमरिया, कटनी जैसे इलाकों में शीतलहर का असर भी महसूस किया गया। इस ठंडी हवा से लोग कांप रहे हैं और सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाए जा रहे हैं।
मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए मध्यप्रदेश में सर्दी और शीतलहर की स्थिति को लेकर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, प्रदेश में बर्फबारी के कारण हवा की गति तेज हो गई है, और इससे ठंड का असर और बढ़ जाएगा।
अगले तीन दिन (3 से 5 जनवरी 2025) तक सर्दी और शीतलहर का प्रभाव जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा, 20 से 24 दिन तक शीतलहर का असर बना रहने की उम्मीद है।जिससे ठंड में और वृद्धि हो सकती है।अब 26 जनवरी के बाद राहत मिलने की उम्मीद है
पारा गिरने से बढ़ रही ठंड
मध्यप्रदेश के कई जिलों में पारा काफी गिर चुका है। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम था। वहीं, रीवा में रात का तापमान 4.6 डिग्री गिरा है।जबकि ग्वालियर में यह गिरावट 2.3 डिग्री रही।
बैतूल, धार, नर्मदापुरम, इंदौर, भोपाल, खंडवा, रायसेन, सिंगरौली,उज्जैन, छिंदवाड़ा, उमरिया, जबलपुर, सतना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना ,सीधी और अन्य जिलों में भी तापमान में गिरावट देखी गई। इन जिलों में रात का तापमान 2 से 4 डिग्री के बीच गिरा है।
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दिन के तापमान में भी गिरावट
दिन के तापमान की बात करें तो धार में 4 डिग्री की गिरावट आई है, वहीं इंदौर, ग्वालियर, भोपाल, और नर्मदापुरम में भी पारा गिरा है। इन क्षेत्रों में दिन का तापमान 1.6 से 3.2 डिग्री के बीच गिर चुका है। ऐसे में, दिन के दौरान भी लोगों को सर्दी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश के कई शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से भी कम हो गया है। ऐसे में लोगों को कड़ाके की ठंड सता रही है। सर्दी से बचने के लिए लोग हीटर का सहारा लेने को मजबूर हो रहे हैं। पूर्वानुमान की बात मानें तो रायसेन, गुना, राजगढ़, रतलाम आदि कई शहरों में रात के तापमान में और कमी आने की संभावना है।
ठंड के असर से हुआ जन जीवन प्रभावित
मध्यप्रदेश में बढ़ती ठंड और शीतलहर के कारण जीवन प्रभावित हो रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों में, जहां लोग खुले में सोने की आदत रखते हैं, उन्हें ठंड का अधिक सामना करना पड़ रहा है। इस समय किसान और मजदूरों को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ठंड के कारण सड़कों पर चलने में कठिनाई हो रही है, और दिन में भी हल्की धूप के बावजूद ठंड कम नहीं हो रही है। कोहरे की वजह से ट्रेनों और सड़कों पर यातायात प्रभावित हो रहा है।
सर्दी का कारण
मध्यप्रदेश में इस सर्दी का मुख्य कारण जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में हो रही बर्फबारी है। इन क्षेत्रों से आ रही ठंडी हवाएं मध्यप्रदेश तक पहुंच रही हैं, जिसके कारण ठंड बढ़ रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक, जनवरी के महीने में प्रदेश में शीतलहर और सर्दी का असर और बढ़ेगा। खासकर, 20 से 22 दिनों तक शीतलहर का असर बना रह सकता है। इस दौरान ठंड और बढ़ेगी, और पारा और गिर सकता है।
मध्यप्रदेश के कुछ सर्द क्षेत्रों की सूची
पचमढ़ी, जो एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ का मौसम इस समय बेहद सर्द हो गया है। अन्य सर्द स्थानों में रायसेन, रीवा, राजगढ़, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, उज्जैन, छिंदवाड़ा, सागर, दमोह, जबलपुर, खजुराहो और ग्वालियर शामिल हैं, जहाँ लोग ठंड से बचने के लिए खास तैयारी कर रहे हैं।
मुख्य शहरों के तापमान की जानकारी
पचमढ़ी: 3.4 डिग्री
रायसेन: 6 डिग्री
ग्वालियर: 7.6 डिग्री
इंदौर: 9.4 डिग्री
भोपाल: 6.8 डिग्री
जबलपुर: 7 डिग्री
छिंदवाड़ा: 8 डिग्री
सागर: 8.6 डिग्री
इसके अलावा, रायसेन का दिन का तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस था, जो सबसे कम था। अन्य जिलों में अधिकतम तापमान 18 से 23 डिग्री के बीच था।
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