Bageshwar Dham : इस दिन हो रही है बाबा बागेश्वर धाम की महाकुंभ में एंट्री , संगम के सामने होगी तीन दिवसीय श्री हनुमान कथा का आयोजन
बाबा बागेश्वर के आगमन को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दे रहा है। और अति उत्सुकता का माहौल है। 24 जनवरी से बाबा बागेश्वर के नेतृत्व में संगम के किनारे तीन दिवसीय श्री हनुमान कथा का आयोजन होगा

- बाबा बागेश्वर का महाकुंभ में लेंगे प्रवेश
- महाकुंभ का महत्व क्या होगा
- 24 जनवरी को होगा बाबा का आगमन
- हिंदू जगाओ हिंदुस्तान बचाओ’ का संदेश
Bageshwar Dham : प्रयागराज में 2025 का महाकुंभ एक बार फिर देशभर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए तैयार हो रहा है।इस महाकुंभ का एक खास पहलू यह है कि इस बार बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर सरकार भी इस महाकुंभ में पधार रहे है और उनके द्वारा कथा भी सुनाई जाएगी।
बाबा बागेश्वर के आगमन को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दे रहा है। और अति उत्सुकता का माहौल है। 24 जनवरी से बाबा बागेश्वर के नेतृत्व में संगम के किनारे तीन दिवसीय श्री हनुमान कथा का आयोजन होगा
बाबा बागेश्वर का महाकुंभ में लेंगे प्रवेश
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाकुंभ में अपने संदेश से उपस्थित श्रद्धालुओं को जागरूक करेंगे। बाबा ने अपने इस यात्रा के बारे में कहा कि “महाकुंभ में हनुमान कथा कहने का यह परम सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ है। उनके मुताबिक, इस महाकुंभ का हिस्सा बनने के बाद उनका उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को जागरूक करना है। जिससे वह भारतीय संस्कृति और धर्म की नींव को मजबूत कर सकते है।
बाबा बागेश्वर ने महाकुंभ में डुबकी लगाने के अपने उद्देश्य के बारे में भी बताया। उनका कहना था, “इस बार महाकुंभ में जो मैं डुबकी लगाऊँगा, वह ‘हिंदू जगाओ हिंदुस्तान बचाओ’ के प्रण और अभियान के साथ होगा।” इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि इस महाकुंभ के माध्यम से हिन्दू समाज को जागृत किया जाएगा।और वे भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें। उनका उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को जागरूक करना है।
महाकुंभ का महत्व क्या होगा
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में किया जाता है।और यह भारत के सबसे बड़े और पवित्र धार्मिक आयोजनों में से यह एक आयोजन होता है। प्रयागराज का महाकुंभ विशेष रूप से महत्व रखता है क्योंकि यह संगम के पवित्र स्थान पर आयोजित होता है।जहां गंगा, यमुन और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है। महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु विभिन्न स्थानों से आते हैं और इस अवसर पर विशेष स्नान और पूजा अर्चना की जाती है। इस साल के महाकुंभ में बाबा बागेश्वर की उपस्थिति इसे और भी खास देगी।
24 जनवरी को होगा बाबा का आगमन
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 24 जनवरी को प्रयागराज पहुंचेंगे, जहां वे संगम के किनारे तीन दिवसीय श्री हनुमान कथा का आयोजन करेंगे। इस कथा के माध्यम से बाबा बागेश्वर लोगों को अपना संदेश देंगे और धार्मिक और मानसिक रूप से सक्षम करेंगे।

इसके साथ ही , बाबा ने यह भी कहा कि महाकुंभ में 40 करोड़ भक्तों के शामिल होने की संभावना है।और यदि इनमें से 2 करोड़ लोग भी जाग गए तो इसे एक बड़ी सफलता होगी। उनका कहना है कि यह महाकुंभ हिन्दू समाज की जागृति का केंद्र बनेगा और हर भारतीय को अपनी संस्कृति और पहचान को लेकर गर्व महसूस होगा।अगर हिंदू धर्म में आधे भी अपनी संस्कृति के प्रती जागृत होते है तो उनको खुशी होगी।
‘हिंदू जगाओ हिंदुस्तान बचाओ’ का संदेश
बाबा बागेश्वर का प्रमुख संदेश ‘हिंदू जगाओ हिंदुस्तान बचाओ’ है। उनका कहना है कि यदि हिन्दू समाज अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं को सही तरीके से समझे और उसका पालन करे।तो यह देश भी अपने खोए हुए गौरव को वापस प्राप्त कर सकेगा। वह महाकुंभ में इस संदेश को फैलाने का प्रयास करेंगे।
उनका कहना है की महाकुंभ में जो मैं डुबकी लगाऊँगा, वह केवल एक स्नान नहीं होगा।बल्कि एक संकल्प होगा। इस संकल्प के साथ हम हिन्दू धर्म को बचाने का काम करेंगे। इस समय भारत में हिन्दू धर्म को लेकर कुछ चुनौतियाँ हैं।और हमें इसे बचाने की जरूरत है। वह एक हिंदू राष्ट्र बनाएंगे।
26 जनवरी से पहले परिवर्तन होगा
बाबा बागेश्वर का पहले महाकुंभ में 26 जनवरी से 3 फरवरी तक रहने का योजना थी।लेकिन संतों की आज्ञा से अब बाबा बागेश्वर 24 जनवरी से ही महाकुंभ में हिस्सा लेंगे।और अपनी कथा भी सुनाएगे।और भक्तों को जागरूक करेंगे।