Crop evaluation:अब पटवारी नही वालटियर्स करेगे फसलो का मुल्यांकन हर पंचायत में होगी नियुक्ति
किसानों की फसलों के मूल्यांकन (Crop evaluation) के लिए वालटियर्स की नियुक्ति की जाएगी
Crop evaluation:मध्य प्रदेश सरकार किसानों के लिए सर्वोपरि है और वह किसानों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास करती है कि किसानों को जो प्राकृतिक आपदा के कारण उनको अपनी फसलों में बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए मुआवजे में होने वाली धांधली को रोकने के लिए नए नियमों को शुरू किया जा रहा है
वालटियर्स की नियुक्ति
किसानों को फसलों में नुकसान के लिए आकलन (Crop evaluation) के लिए हर पंचायत वालटियर्स की नियुक्ति की जाएगी वही आकलन के लिए अब वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई जाएगी और वही किसानों को जो फसलों में नुकसान हुआ है उसकी आंकड़ों का दस्तावेज भी तैयार किया जाएगा जिससे कि यह पता चल सके कि किन किसानों को कितना नुकसान हुआ है।
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ऐसा लगातार कई बरसों से हो रहा है कि प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों को अपनी फसलों में भारी नुकसान हो रहा है और जिससे कि उनके फैसले खराब हो जाती हैं और जिस कारण किसानों को बहुत ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है।
और इस नुकसान की भरपाई के लिए अधिकांश किसानों को बैंक से लोन लेना पड़ता है और लोन लेकर फसलों में हुए नुकसान की भरपाई करना पड़ता है जब पिछले कुछ सालों से सरकार किसानों की इस प्रकार की हालत देख रहे हैं तो सरकार किसानों को राहत दिलाने के लिए उनके फसलों में हुए नुकसान की भरपाई करेंगे परंतु अक्सर ऐसा होता है।
जिन किसानों को अपनी फसलों में ज्यादा नुकसान हुआ है उनको तो मुआवजा मिल ही नहीं पता है और पटवारी के द्वारा गांव गांव जाकर किसानों की फसलों में हुए नुकसान का मूल्यांकन (Crop evaluation) किया जाता है फिर रिपोर्ट बनाकर तैयार की जाती है और उसे रिपोर्ट को सरकार के द्वारा भेजा जाता है।
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और इसके बाद भी किसान अधिकतर इस रिपोर्ट में आनियमितता की शिकायत करते रहते हैं और पटवारी द्वारा किए गए मूल्यांकन की शिकायत करते हैं और वही उनकी फसलों में होने वाले नुकसान का जो मुआवजा मिलता है वह कब मिलता है इसकी भी शिकायत किसानों द्वारा की जाती है।
वीडियो ग्राफी भी कराई जाएगी
मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा किसानों को जो अपनी फसलों में नुकसान हुआ है उन फसलों के मूल्यांकन (Crop evaluation) के लिए वालटियर्स की नियुक्ति की जाएगी और वही आकलन के लिए वीडियो ग्राफी भी कराई जाएगी और किसानों को अपनी फसलों में जो भी नुकसान हुआ है उसका आंकड़ा बनाकर दस्तावेज भी तैयार किए जाएंगे।
फसल के नुकसान (Crop evaluation) का सटीक आकलन
जब सरकार के पास किसानों द्वारा अधिक शिकायतें की जाने लगी तो सरकार द्वारा किसानों की इन शिकायतों का निवारण करने के लिए सरकार एक अहम पदम उठाने जा रहे हैं और मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) जी ने किसानों को यह जानकारी देते हुए बताया है।
कि क्योंकि अभी तक किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों में जो नुकसान होता था उसका पूरा आकलन पटवारी द्वारा किया जाता था और पटवारी ही सरकार को रिपोर्ट भेजते थे और उसे रिपोर्ट के द्वारा ही किसानों को फसलों में हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाता था।
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परंतु अब किसानों की फसलों में होने वाले नुकसान का आंकलन (Crop evaluation) हर ग्राम पंचायत में वालंटियर्स की नियुक्ति में किया जाएगा और जब यह है आकलन किया जाएगा तो वीडियो ग्राफी भी की जाएगी किसानों को जो अपनी फसलों में नुकसान हुआ है
उनके नुकसान के आंकड़ों का दस्तावेज भी तैयार किया जाएगा फिर उसके बाद सरकार को इसकी रिपोर्ट दी जाएगी और जिस पटवारी से मूल्यांकन में हो रही धांधली के के आरोपों से निजात मिल जाएगी
युवाओं को मिलेगा रोजगार
इस डिजिटल कॉप सर्विसिंग युवाओं के सामने रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और इससे युवाओं को एक बार के सर्वे में 8 से 10000 रुपए मिल जाएंगे जबकि तीन बार की फसलों के हिसाब से ₹30000 तक यह युवा कमा सकते हैं और इस डिजिटल कॉप सर्वे के लिए आठवीं से दसवीं पास युवा भी कार्य कर सकते हैं
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