Dhan Kharidi : धान के भुगतान में हो गया बड़ा खेल, लापरवाही किसकी, कौन जिम्मदार जानिए पूरा मामला
लगभग 218 करोड रुपए की राशि अभी भी बकाया है।ऐसे में किसान खुश कैसे हो सकते हैं। धान की खरीदी के बाद भी होने फायदा नहीं है।

- वेयरहाउस मालिकों व प्रशासन के बीच अटका हुआ है मामल
- किसानों को पैसे की सख्त जरूरत
- जबलपुर और बालाघाट भुकतान में देरी हुई है
- केन्द्रों से धान का परिवहन और वेयरहाउस में रखने की धीमी गति है।
Dhan Kharidi : मध्य प्रदेश के जबलपुर में किसान बहुत परेशान है क्योंकि धान खरीदी होने के बाद भी उन्हें फायदा नहीं हुआ है। उनके चेहरे पर उदासी का आलम छाया हुआ है।जिले के उपयोजन केदो पर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपनी उपज को बेचना और इसके साथ समय पर भुगतान पाना कठिन होता जा रहा है।
2 दिसंबर से शुरू हुई धान खरीदी में जबलपुर में अब तक 11000 किसानों को 9 लाख 90,000 क्विंटल धान की खरीदी की है।जिसमें 9 करोड़ 80 लाख रुपए ही किसानों को भुगतान के रूप में प्राप्त हुआ है। और लगभग 218 करोड रुपए की राशि अभी भी बकाया है।ऐसे में किसान खुश कैसे हो सकते हैं। धान की खरीदी के बाद भी होने फायदा नहीं है।
वेयरहाउस मालिकों व प्रशासन के बीच अटका हुआ है मामला
जबलपुर में वेयर हाउस मालिकों का प्रशासन की लड़ाई में धान खरीदी अच्छे से नहीं हो पा रही है इसी कारण किसान बेहद परेशान है। वेयरहाउस में निर्धारित मात्रा का स्टॉक पूर्ण होने के बाद ही टीपी काटी जाती है।धान खरीदी केन्द्रों से धान का परिवहन और वेयरहाउस में रखने की धीमी गति है।
इसी कारण से धान का भुगतान नहीं किया जा रहा है।किस को भुगतान किए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ होती है लेकिन किसानों का कहना है कि परिवहन व वेयरहाउस में रखे जाने की प्रक्रिया में प्रशासन में वेयरहाउस मालिकों में मेल ना होने के कारण खामी आज किस को भुगतना पड़ रहा है।
किसानों को पैसे की सख्त जरूरत
भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री राघवेंद्र पटेल ने किसानों के हित में कहा है कि गेहूं चना व मटर की फसल में लागत के लिए किसानों को अभी और पैसे की जरूरत है। ऐसे में किसान परेशान नहीं होंगे तो क्या होगा। भुगतान की समय सीमा 7 दिन हो चुकी है।
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20 दिन हो जाने के बाद भी धान का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस कारण से किसान परेशान है पटेल ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा है। कि धान के भुगतान की प्रक्रिया को तेजी से करने की जरूरत है।जिससे किसानों का भुगतान जल्दी किया जाए।
जबलपुर और बालाघाट भुकतान
जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एनडीटीवी में बताया है कि ऐसी चिंता की कोई बात नहीं है। जबलपुर और बालाघाट में भुगतान में कुछ देरी हुई है। क्योंकि धान खरीदी एजेंसी या बदली गई है। इसके साथ ही केंद्र सरकार के पोर्टल से जो भुगतान सीधे हुआ करता है।
उसमें बैंक अकाउंट बदल दिए गए हैं। और उनके हस्ताक्षर करने वाले अधिकारी भी बदल गए हैं।इसी कारण भुगतान में देरी हुई है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा भुगतान प्रक्रिया समान हो गई है। और जल्दी बैकलॉग भी पूरा कर दिया जाएगा ।और किसानों को समय पर भुगतान दिया जाएगा।
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