एमपी शिक्षा विभाग में हड़कंप भाड़े के गुरुजी पर एक्शन लगेगी नोटिस बोर्ड पर शिक्षकों की फोटो
स्कूलों में नोटिस बोर्ड पर शिक्षकों की फोटो लगाई जाने का आदेश जारी
Directorate of Public Instruction Big News: जानकारी के लिए बता देते हैं कि मध्य प्रदेश के कई जिलों में सामने आए यहां फर्जी शिक्षकों के मामले के बाद में हरकत में आए शिक्षा विभाग ने यह कदम को उठा दिया गया है।
जी हां बताया जा रहा है कि अब जिला शिक्षा अधिकारियों को सरकारी स्कूलों में पदस्थ सभी शिक्षकों को नोटिस बोर्ड पर अपनी फोटो लगाना जरूरी है यह आदेश को जारी कर दिया है कई शिक्षकों को इसमें निलंबित भी कर दिया गया है।
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जी हां आपको बता देते हैं कि यहां फर्जी वाले को जो अंजाम दे रहे हैं उनके लिए शिक्षा विभाग नहीं सकता कम को उठा लिया गया है और यह आदेश जारी किया है बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में कई स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों ने भाड़े पर शिक्षकों को रख लिए थे।
ऐसे में एक दो नहीं बल्कि ऐसे कई मामले लगातार से सामने आ रहे हैं और इसकी जांच पड़ताल के बाद में यहां सामने आया है कि इस मामले में उजागर होते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
जिसमें शिक्षा विभाग ने तुरंत ही यह आदेश को जारी कर दिया गया कि स्कूलों में नोटिस बोर्ड पर शिक्षकों की फोटो लगाई जाने का आदेश जारी हुआ इतना ही नहीं बल्कि शिक्षा विभाग में उन शिक्षकों को तुरंत ही सस्पेंड करने के आदेश भी दिए जिन्होंने किराए की शिक्षकों को स्कूल में पढ़ने भेजा गया था।
नोटिस बोर्ड पर लगेगी फोटो 10 शिक्षक हुए सस्पेंड
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि लोग शिक्षण संचनालय ने इस संदर्भ का आदेश को जारी कर दिया गया जिसमें यहां आदेश सभी जिला के शिक्षा अधिकारियों को भेज दिया गया है।
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और यह आदेश में स्पष्ट कर दिया गया है कि मध्य प्रदेश में सभी सरकारी स्कूल में प्रदर्शन शिक्षकों को अपनी फोटो नोटिस बोर्ड पर लगाना होगा और यह जो भी किराए के शिक्षकों को स्कूल में पदस्थ शिक्षक पढ़ने के लिए ₹3000 से लेकर ₹5000 दे रहे हैं अब तक के ऐसे शिक्षकों को 10 शिक्षक सस्पेंड करने का आदेश भी जारी हो गया।
जाने कहां से आये मामले
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि मध्य प्रदेश के सागर जिले के मजीरा गांव में सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षक इंद्र विक्रम को महीने के 4800 का सैलरी मिल रही थी लेकिन उन्होंने अपनी जगह पर ममता अहिरवार को बच्चों को पढ़ने के लिए किराए पर रख दिया।
जिसमें स्कूल में पढ़ने के बदले इंद्र विक्रम ममता को ₹3000 महीना दे रहे हैं और इसी प्रकार नर्मदा पुरम जिले के खोजकर प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक सुरेश अतुलकर की जगह पर प्राइवेट महिला शिक्षक संगीता सवेरिया बच्चों को पढ़ा रही थी जिसमें संगीता का तो यहां तक कहना है कि उसके लिए कोई भी पैसा नहीं ले रही है।
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