HMPV Virus Big News : देश के तीन राज्यो में आया, चीन से HMPV वायरस, अब तक इतने लोग हुए संक्रमित
इनकी जांच निजी अस्पताल में की गई है।इसमें 7 साल के बच्चे और 14 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई है। इन दोनों बच्चों को खांसी और बुखार था।

- स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायरस को लेकर कुछ निर्देश जारी
- चिंता की बात नही , बारीकी से हो रही निगरानी
- एचएमएपवी वायरस के लक्षण
HMPV Virus Big News : चीन में तबाही मचाने के बाद एचएमपीबी वायरस अब भारत में भी एंट्री ले चुका है।ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामले भारत में भी लगातार बढ़ रहे हैं। बेंगलुरु और गुजरात के बाद अब यह वाइरस महाराष्ट्र में भी पहुंच गया है। नागपुर में दो बच्चों को एचएमवी टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आई है।
इनकी जांच निजी अस्पताल में की गई है।इसमें 7 साल के बच्चे और 14 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई है। इन दोनों बच्चों को खांसी और बुखार था। इन दोनों केस के साथ देश में अब तक इस वायरस के साथ मरीज मिल चुके है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायरस को लेकर कुछ निर्देश जारी
HMPV वायरस के डर के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ निर्देश जारी कर दिए हैं। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि एचएमपीवी के मामलों पर स्वास्थ्य मंत्रालय आईसीएमआर और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र लगातार नजर रखे हुए हैं। चीन के साथ-साथ पड़ोसी देशों की स्थिति पर भी कारण कड़ी नजर रखी जा रही है। जिससे इस वायरस की पाल-पाल की रिपोर्ट दी जा सके। डब्ल्यू एच ओ ने स्थिति का बयान देते हुए कहा है कि जल्दी अपनी रिपोर्ट को सांझा करेंगे।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि एचएमपीबी कोई नया वायरस नहीं है। पहली बार साल में 2001 में इसकी पुष्टि की गई थी।यह कई वर्षों से पूरी दुनिया में फैल रहा है।एचएमपी भी स्टेशन के माध्यम से हवा से फैलता है। नोएडा ने यह बताया है कि यह सभी उम्र के लोगों को प्रवाहित करता है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों और बूढ़ों पर होता है।यह वायरस सर्दियों और शुरुआती बसंत महीने के दौरान अधिक फैलता है।
बारीकी से निगरानी की जा रही है
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है की चिंता की कोई बात नहीं है। हर स्थिति की बारीकी से निगरानी की जा रही है आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के पास उपलब्ध श्वसन विष्णुयो के लिए देश के आंकड़ों की भी समीक्षा की गई है ।और भारत में किसी भी सामान्य श्वसन वायरल रोग जानको में कोई बढ़ोतरी नहीं देखी गई है।
इस सब जांच करने के लिए 4 जनवरी को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक कीअध्यक्षता में संयुक्त निगरानी समूह की बैठक आयोजित की गई थी ।देश की स्वास्थ्य प्रणाली और निगरानी नेटवर्क सतर्क रहें हैं। यह सुनिश्चित करते हुए कि देश किसी भी स्वास्थ्य चुनौतियों का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार होगा
सबसे ज्यादा इनको है खतरा
मैक्स हेल्थकेयर की माने तो इस वायरस का सबसे ज्यादा खतरा जिन पर सबसे अधिक है।
- पांच बर्ष से कम उम्र के बच्चों शिशु को है।
- इनके साथ 65 वर्ष से अधिक आयु के लोग।
- जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है।
- अस्थमा या सीओपीडी वाले
जैसे श्वसन समस्याओं वाले व्यक्तियों को इसका अधिक खतरा होगा।प्रेगनेंसी के दौरान एचएमपीवी के कारण श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जो मन और बच्चों दोनों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होगी।
एचएमपीवी वायरस की मुख्य लक्षण
- इस वायरस से सबसे ज्यादा अधिक प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ेगा
- इसमें सास और फेफड़ों की नली में इंफेक्शन हो जाता है जिस जिस वजह से खांसी होती है और सांस लेने में दिक्कत होती है।
- इसके साथ गले में खराश सर दर्द खांसी बुखार ठंड लगना और थकान भी रहती है।
इन बातों पर देना होगा ध्यान
- संक्रमित शख्स से दूर रहा जाए
- मास्क का उपयोग करें
- अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोएं
- छींक या खासते समय अपना मुंह रुमाल से ढक ले
- दूसरों से दूर कोहनी की आड़ लेकर खासी
- हाथों को समय-समय पर सेनीटाइज जरूर करें
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