HMPV Virus In India : भारत में HMPV वायरस का खतरा, तेजी से फैल रहा संक्रमण, बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष असर
आपको विशेष कर बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी।क्योंकि उनके लिए इस वायरस का संक्रमण सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा।और उनके लिए यह वाइरस अधिक खतरनाक होने वाला है।

- HMPV वायरस क्या है?
- भारत में HMPV वायरस के मामले
- एचएमपीवी के मुख्य लक्षण
- HMPV वायरस कैसे फैलता है?
- HMPV का इलाज और उपचार
HMPV Virus In India : भारत में एक नई स्वास्थ्य समस्या ने चिंता बढ़ रही है।और वह है HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस का तेजी से फैलना। कोविड के बाद अब ये एक नया वायरस आया है। यह वायरस हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में तेजी से बढ़ रहा है।जिससे विशेषज्ञों और स्वास्थ्य विभागों की चिंता बढ़ रही है।
पुडुचेरी में इस वायरस का दूसरा मामला सामने आया है। जिसमें एक 5 साल की बच्ची संक्रमित पाई गई है।यह वायरस मुख्य रूप से सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। आपको विशेष कर बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी।क्योंकि उनके लिए इस वायरस का संक्रमण सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा।और उनके लिए यह वाइरस अधिक खतरनाक होने वाला है।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस एक वायुजनित (एयरबोर्न) रोग है। जिसे हवा के माध्यम से फैलने की संभावना होती है। यह वायरस मुख्य रूप से सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। और फेफड़ों को प्रभावित करता है। इस वायरस की पहचान पहली बार 2001 में हुई थी। और तब से यह धीरे-धीरे दुनिया भर में फैल गया। सबसे अधीक यह ठंडी के मौसम में फैलता है।हालांकि यह कोई नया वायरस नहीं है। लेकिन हाल के दिनों में भारत में इसके मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है।
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स्वास्थ्य विभाग की माने तो एचएमपीवी वायरस बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा रोगियों से ग्रस्त लोगों के लिए विशेष रूप से खतरनाक होने वाला है।वायरस के कारण बच्चों में निमोनिया और अन्य गंभीर स्वसन समस्याएं हो रही है। इसलिए सबसे अधिक ध्यान बच्चों और बुजुर्गों पर देने की आवश्यकता है।
भारत में HMPV वायरस के मामले
भारत में एचएमपीवी वायरस की मामलों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। हाल ही में पुडुचेरी में 5 साल की बच्ची इस वायरस से संक्रमित पाई गई है।और इसके साथ 3 साल के एक बच्चे में भी इस वायरस का संक्रमण पाया गया है। इसके साथ ही यह वाइरस गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु ,पश्चिम बंगाल, असम, और राजस्थान जैसे राज्यों में भी दस्तक दे चुका है।इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। इसकी बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में अलर्ट भी जारी कर दिया है। और वायरस के फैलने के तरीकों को समझने के लिए अनुसंधान कर रहा है।
एचएमपीवी के मुख्य लक्षण
एचएमपीवी वायरस के लक्षण कोविड-19 से मिलते-जुलते हैं। जिससे इसे पहचानना थोड़ा कठिन हो सकता है। इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं
- बुखार
- खांसी
- नाक बहना
- गले में घरघराहट
- सांस लेने में कठिनाई
- सिरदर्द
भारत का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर और बुजुर्गों पर पढ़ रहा है खास का 2 साल से कम उम्र के बच्चों को इसका सबसे ज्यादा असर होगा पहले से अस्थमा क्रॉनिक सीओपीडी या अन्य शासन रोगों से ग्रस्त लोग भी इसका शिकार सबसे अधिक होंगे।
HMPV वायरस कैसे फैलता है?
एचएमपीवी वायरस खांसने और सीखने से सबसे अधिक फैलता है। सीखने के दौरान निकलने वाले ड्रॉपलेट्स सूक्ष्म बूंद से फैलता है। जब एक संक्रमित व्यक्ति सीखना है। तो इन बूंद में वायरस हवा में मिलकर आसपास के लोगों को संक्रमित कर देता है। संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुआ गया कोई भी वस्तु वायरस को फैलाने का कारण बन सकती है। इस वायरस का संक्रमण सबसे अधिक संक्रामक होता है। और यह तेजी से फैल सकता है विशेष रूप से भीड़ वाले इलाकों से तो दूरी बरते।
HMPV का इलाज और उपचार
HMPV का कोई विशेष एंटीवायरल उपचार नहीं है। लेकिन इसका इलाज लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है।आप सावधानी रखकर भी इससे बचाव कर सकते हैं।बुखार ,खांसी और सांस की तकलीफ के लिए दवाइयां दी जाती हैं। गंभीर मामलों में ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता हो सकती है।
आपको विशेष कर बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी।क्योंकि उनके लिए इस वायरस का संक्रमण सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा।और उनके लिए यह वाइरस अधिक खतरनाक होने वाला है।
HMPV से बचाव के उपाय
हाथ धोना
HMPV से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका हाथों को नियमित रूप से धोना होगा।कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से हाथ धोने से वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है।
सावधानी बरतें
बुजुर्गों और बच्चों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर रखें और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें।
मास्क पहनना
भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोक सकता है।
चेहरे को हाथ से न छुएं
चेहरे को बार-बार छूने से वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी आँखों, नाक और मुँह को हाथ से न छुएं।
सतहों की सफाई
सार्वजनिक स्थानों या घर के भीतर नियमित रूप से सतहों की सफाई करें, विशेष रूप से उन सतहों की जो बार-बार छुई जाती हैं।
सेनेटाइजर
यदि आप बाहर से आते हैं तो अपने हाथ को सेनीटाइज जरूर करें। अपने हाथ पर समय-समय पर सेनीटाइज करें।
HMPV वायरस पर सरकार का नजरिया
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने 6 जनवरी को इस वायरस को लेकर कहा है कि यह कोई नया वायरस नहीं है लेकिन इसके मामलों में हाल के दिनों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) स्थिति पर निगरानी रख रहा है।
और जल्द ही भारत के साथ रिपोर्ट साझा करेगा। भारत सरकार ने राज्यों में स्वास्थ्य विभागों को इस वायरस के मामलों पर कड़ी नजर रखने को कहा है।और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।सरकार इस वायरस से निपटने की तैयारी कर रहा है।
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