Ladli Behna Scheme: लाडली बहना का पैसा भैया के अकाउंट में जाने कैसा हो गया घोटाला
लाडली बहना योजना के स्कीम पात्र महिलाओं के अकाउंट में हर महीने के 1250 रुपए की रकम को ट्रांसफर किया

Ladli Behna Scheme: आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां लाडली बहन योजना के स्कीम पात्र महिलाओं के अकाउंट में हर महीने के 1250 रुपए की रकम को ट्रांसफर किया जाता है।
लेकिन भिंड जिले में आई एक खबर ने सब की चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है जी हां बताया जा रहा है कि यह स्कीम की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं बताया जा रहा है कि महिलाओं को आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सशक्तिकरण का एक प्रमुख साधन मानी जा रही है ।
जो की लाडली बहना योजना भ्रष्टाचार का शिकार हो गई है बताया जा रहा है कि यह स्कीम के अंतर्गत पात्र महिलाओं के अकाउंट में हर महीने के 1250 रुपए की रकम को जमा किया जाता है।
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लेकिन भिंड जिले में आई यह खबर जो कि प्रशासन और योजना की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठ गए हैं यहां लाडली बहन का पैसा भैया के अकाउंट में आ गया है और यहां पहला मामला है ।
जाने कैसे हुआ घोटाला
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि भिंड जिले के कस्बे में वार्ड 8 में रहने वाली संतोषी देवी और सरसई गांव की कंचन देवी ने यहां शिकायत को दर्ज किया गया है कि पिछले 2 महीने से उनके अकाउंट में लाडली बहन की पैसा किसी और के खाते में जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि यह 9 नवंबर को राजकुमार पगार के अकाउंट में 8 अन्य महिलाओं के पैसे जमा हो गए हैं ।
सवालों के घेरे में प्रशासन बैंक प्रणाली
आपको यह जानकारी के लिए बता देते नीति लाडली बहन योजना का भुगतान आधारित जिसे यह सुनिश्चित किया जाता है कि पैसे केवल पात्र महिलाओं के अकाउंट में ही जाए लेकिन इस घोटाले से कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
- आधार आधारित भुगतान में गड़बड़ी कैसे हुई।
- महिला के अकाउंट किसी और के अकाउंट से कैसे जुड़े।
- यह गड़बड़ी किस लेवल पर हुई ग्राम पंचायत बैंक या जिला प्रशासन
यह घटना न केवल भ्रष्टाचार का मामला है बल्कि यह महिलाओं के अधिकारों पर सीधा सवाल उठता है सरकार की यह स्कीम जो की महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देने के लिए शुरू की गई है उसका फायदा कोई और कैसे उठा सकता है ।
प्रशासन की चुप्पी
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने हम मामले पर कैमरे के सामने बोलने से बच रहे हैं लेकिन वह जांच और कार्यवाही का आश्वासन भी दे रहे हैं।
जाने कैसे लगी योजना की सेंघ
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां जांच पड़ताल में साफ हो गया है कि या घोटाला सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की शाखा से हुआ है जो कि दोनों संदिग्ध अकाउंट इसी बैंक में है और यहां गड़बड़ी तकनीकी त्रुटि या जानबूझकर के की गई धोखाधड़ी ।
इसका जवाब अभी तक के सामने नहीं आया है बैंक कर्मचारी और स्थानीय अधिकारियों की मिली भगत से बिना इस प्रकार की गड़बड़ी संभव नहीं है।