MP 5th-8th result : ग्रामीण बच्चों ने मारी बाजी, 5वीं-8वीं के परीक्षा परिणाम में दिखा शानदार प्रदर्शन
MP 5th-8th result में ग्रामीण छात्रों ने शहरी छात्रों को पीछे छोड़ा, परिणाम में सुधार हुआ और 93.97% विद्यार्थियों ने सफलता पाई।

- ग्रामीण छात्रों ने 5वीं और 8वीं के परीक्षा परिणाम में शहरी छात्रों को पछाड़ा।
- सरकारी और निजी स्कूलों के मुकाबले मदरसों का प्रदर्शन कमतर।
- असफल छात्रों के लिए पुनः परीक्षा आयोजित की जाएगी।
MP 5th-8th result : मध्य प्रदेश के 5वीं और 8वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में इस बार कुछ नया देखने को मिला। शहरी इलाकों से ज्यादा, ग्रामीण छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस बार 5वीं कक्षा में 93.97% और 8वीं कक्षा में 90.80% ग्रामीण छात्र पास हुए हैं। वहीं शहरी क्षेत्रों में ये आंकड़े थोड़े कम रहे – 5वीं में 89.15% और 8वीं में 88.07% सफलता दर रही।
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी शिक्षा की जागरूकता
राज्य शिक्षा केंद्र की ज्वाइन डायरेक्टर जयश्री पिल्लई शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रति जागरूकता में काफी बढ़ोतरी हुई है। यह परिणाम इस बात का प्रमाण है कि बच्चों और अभिभावकों ने शिक्षा को लेकर गंभीरता से काम किया है। इससे यह भी साफ है कि अब गांवों में शिक्षा का स्तर तेजी से सुधार रहा है।
मदरसों का परीक्षा परिणाम कमजोर
हालांकि, मदरसों का परीक्षा परिणाम अपेक्षाकृत कमजोर रहा। 5वीं कक्षा में सरकारी स्कूलों के 93.24%, निजी स्कूलों के 91.99%, और मदरसों के केवल 76.83% छात्र सफल हुए। वहीं 8वीं कक्षा में सरकारी स्कूलों का परिणाम 89.13%, निजी स्कूलों का 91.73% और मदरसों का 67.72% था। यह दर्शाता है कि सरकारी और निजी स्कूलों के मुकाबले मदरसों में शिक्षा का स्तर कुछ कमजोर है।
असफल छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सीखने के अवसर प्रदान करना है। असफल छात्रों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित की जाएगी ताकि वे भी अपनी गलतियों से सीख सकें और आगामी अवसरों में सफलता प्राप्त कर सकें।
परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या
मध्य प्रदेश में कुल 1 लाख 12 हजार 323 विद्यालयों और मदरसों के 23 लाख छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 95,000 से ज्यादा विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, जबकि 16,000 से अधिक शहरी विद्यालयों में यह परीक्षा आयोजित की गई थी।
कक्षा 5वीं में कुल 11 लाख 17 हजार 961 छात्रों में से 8 लाख 24 हजार 598 ग्रामीण और 2 लाख 93 हजार 363 शहरी छात्र थे। कक्षा 8वीं में भी ग्रामीण छात्रों की संख्या शहरी छात्रों से ज्यादा थी।
विकासखंडों और जिलों में किया गया मूल्यांकन
परीक्षा का मूल्यांकन भी एक नई व्यवस्था के तहत किया गया था। राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिलों में अलग-अलग प्रश्न-पत्र सेट तैयार किए और 12 हजार 623 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 322 केंद्रों पर हुआ, जहां पर मोबाइल एप के जरिए ऑनस्पॉट नंबर फीड किए गए।