मध्य प्रदेश 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा फॉर्म की तारीख में हुआ बदलाव
अब 7 अक्टूबर तक के परीक्षार्थी परीक्षा (MP Board Exam 2025)का फॉर्म भर सकते हैं जिसको 7 दिन आगे बढ़ा दिया है।
MP Board Exam 2025: आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि आप 10वीं तथा 12वीं के परीक्षार्थियों के लिए एक बहुत ही बड़ी खुशखबरी सामने आई है जिसमें बताया जा रहा है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आप 10वीं तथा 12वीं के परीक्षा फॉर्म भरने की तारीख में बदलाव कर दिया गया है।
पहले यह फॉर्म भरने की लास्ट तारीख 30 सितंबर को निर्धारित कर दी गई थी लेकिन छात्रों की समस्या को देखते हुए यहां तारीख को आगे बढ़ा दिया गया जो कि अब 7 अक्टूबर तक के परीक्षार्थी परीक्षा का फॉर्म भर सकते हैं जिसको 7 दिन आगे बढ़ा दिया है।
बताया जा रहा है कि इनको आवेदन करने के लिए 7 दिन का अतिरिक्त टाइम मिल गया है और आखिर आखिरी समय तक फॉर्म नहीं भरा था जिनके लिए यहां आवेदन कर सकते हैं जिसमें छात्रों को शुल्क के साथ में 7 अक्टूबर तक के आवेदन करना है।
इन कार्ड धारी को नहीं लगेगी फीस
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि बताया जा रहा है एमपी बोर्ड का परीक्षा आवेदन फॉर्म भरने के लिए अब कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए बहुत ही बड़ी खुशखबरी है जिनको परीक्षा की फीस नहीं लगेगी और यह जो भी परिवार के पास में संबल कार्ड है उनसे फीस की वसूली नहीं की जाएगी।
क्योंकि एमपी बोर्ड प्रवेश नीति में बदलाव कर दिया गया है जिसमें अधिकारियों ने बताया है की कमजोरी कर्मी की दसवीं तथा 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले स्टूडेंट का जिनके पास में संबल कार्ड है।
ऐसे ढाई लाख परीक्षार्थी के परीक्षा फीस को एमपी सरकार भरने जा रही है और यह रकम 26 करोड रुपए है जिसका भुगतान एमपी बोर्ड को सरकार करेगी।
इन छात्रों को मिलेगा 1200 का फायदा
बता देते हैं कि एमपी बोर्ड की 10वीं तथा 12वीं की परीक्षा में सालाना 18 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल होते हैं जिसमें लगभग ₹1200 परीक्षा फीस को भरना होता है लेकिन यहां सेंट तथा एससी वर्ग के विद्यार्थियों को परीक्षा फीस में छूट मिलती है।
और वहीं शासन के निर्देश पर यह साल 2018 में संबल योजना के कार्ड परिवार के बच्चों को भी फीस की छूट मिल रही है और इसमें संगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लगभग ढाई लाख बच्चे सालाना परीक्षा देते हैं और इस बार मंडल की प्रवेश नीति में इन ढाई लाख बच्चों की परीक्षा फीस में छूट समाप्ति करती है जिससे छात्र परेशान थे मंडल ने प्रवेश नीति में संशोधन करने का फैसला भी ले लिया।