MP Electricity Bill: उपभोक्ताओं पर बढ़ेगा बोझ होंगी बिजली महंगी फ्लैट रेट वसूलने की तैयारी
मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने इस संबंध में याचिका मप्र विद्युत नियामक आयोग में दी है।

MP Electricity Bill :आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि मध्य प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव दे दिया गया है जी हां बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 151 300 यूनिट के बीच में स्लैब को खत्म करने का प्रस्ताव दिया गया है।
बताया जा रहा है कि इसे मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं पर सबसे ज्यादा भोज पड़ेगा बिजली कंपनी दरें बढ़ाकर के घरेलू उपभोक्ताओं पर बोझ डालना चाह रही है ।
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 151 से 300 के बीच का स्लैब खत्म करके 151 यूनिट के बाद में फ्लैट रेट वसूलने का प्रस्ताव मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग को दे दिया गया है।
जी हां बताया जा रहा है कि यह प्रस्ताव स्वीकृत हुआ तो सबसे अधिक नुकसान मध्यम वर्ग के बिजली उपभोक्ताओं को होगा जो की सब्सिडी के दायरे के बाहर है ऐसे में लगभग 25 लाख घरेलू उपभोक्ता है जिस पर 50 पैसे प्रति यूनिट का बोझ डालने की तैयारी कर ली गई है।
जनवरी तक बुलाई आपत्ति
आपको यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने इस संबंध में याचिका मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग में दी है और इस पर सुनवाई से पूर्व आयोग से नहीं चलता कि 24 जनवरी तक की आपत्ति को बुलाया गया ।
एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए कुल राजस्व आवश्यकता 58744 करोड़ वह वर्तमान दरों पर प्राप्त राजस्व 54637 करोड़ बताया गया है जिसके बाद में कंपनी ने यहां अंतर की रकम 4107 करोड रुपए की भरपाई के लिए औसत 7.52% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव भी दिया गया है।
मध्यम वर्गीय पर सबसे ज्यादा बोझ
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि बिजली में हम लोग की जानकार एडवोकेट राजेंद्र अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया है की तारीफ में बदलाव करने से मध्यम वर्ग के उपभोक्ता जिसकी मासिक खपत 151 यूनिट से 300 यूनिट के बीच में है।
उन पर सबसे ज्यादा पूछ डाला जा रहा है यह वर्ग सरकारी सब्सिडी के दायरे के बाहर आता है जिसके लिए उन्हें बिजली की पूरी कीमत भी चुकाना पड़ता है ।
उपभोक्ता चार श्रेणियां को समेटा तीन में
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह प्रस्ताव में कंपनी ने घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली खपत की चार श्रेणियां को तीन में ही समेट लिया है।
जिसमें पहली श्रेणी 50 यूनिट दूसरी श्रेणी 51 से 185 यूनिट और तीसरी श्रेणी 151 के ऊपर में रखी गई है अभी 151 से 300 यूनिट की श्रेणी के लिए अलग दर को तय भी कर लिया गया है।