MP Electricity Rate Hike: 2025 में लगा एमपी को बिजली का झटका होगी इतनी महंगी टैरिफ में हुई बढ़ोतरी
बिजली कंपनियों द्वारा टैरिफ बढ़ाने दायर की गई याचिका एमपी विद्युत विनियामक आयोग में मंजूरी मिल गई है।

MP Electricity Rate Hike:आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि मध्य प्रदेश में महंगी हो रही है बिजली राज्य में बिजली कंपनीयों ने 4107.18 करोड़ का घाटा हुआ है बताया जा रहा है कि कंपनियों ने बिजली के मौजूदा टैरिफ में 7.58 फ़ीसदी जफा करने की मांग की गई है।
बताया जा रहा है कि यहां मध्य प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगेगा जिसमें बिजली कंपनियों के द्वारा टैरिफ बढ़ाने दायर की गई।
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याचिका एमपी विद्युत विनियामक आयोग में मंजूरी भी मिल गई है और यह सुनवाई के बाद में बिजली के टैरिफ में बढ़ोतरी होगी। इस साल अप्रैल में नया टैरिफ लागू हो जाएगा ।
बिजली कंपनियों को हुआ करोड़ों का घाटा
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि राज्य की बिजली कंपनियों ने 4107.18 करोड़ का घाटा हुआ है और यह कंपनियों ने बीजेपी के मौजूदा टैरिफ में 7.52 फीसदी इजाफा करने की मांग को भी किया गया है।
जिसके लिए कंपनियों ने मध्य प्रदेश विद्युत विनियामक आयोग में एक महीने पहले याचिका को दायर किया गया था बताया जा रहा है कि यह याचिका को आयोग ने सुनवाई के लिए मंजूर भी कर दिया गया था।
जिसमें आयोग ने पिछली कंपनियों की मांग पर आपत्तियां और सुझाव आमंत्रित किए गए थे 24 जनवरी तक के आयोग के पास में सुझाव होंगे इन सुझाव के बाद में नया टैरिफ लागू हो जाएगा।
टैरिफ बढ़ाने की मांग
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि बिजली कंपनियों ने वर्ष 2024 वर्ष 2025 और 26 के लिए 58744.15 करोड़ के राज्य की जरूरत बताई है और यह बिजली कंपनियों के मुताबिक प्रचलित दरों पर 54636 करोड़ का राजस्व मिला।
जिससे अब बिजली कंपनियों को करोड़ों का घाटा हुआ इसकी भरपाई करने के लिए कंपनियों ने टेरिफ बढ़ाने की मांग कर दी गई है।
टेरिफ खत्म करने को लेकर प्रस्ताव
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि बिजली कंपनियों ने टेरिफ स्लिप खत्म करने का प्रस्ताव आयोग को देती है जिसमें बताया जा रहा है कि बिजली कंपनियां 300 यूनिट से ज्यादा टैरिफ स्लिप को खत्म करना चाहती है ।
अगर ऐसा होता है तो तीन टैरिफ स्लेव बच्चों के और उपभोक्ताओं का बिल चार्ज डायरेक्ट स्लिप के मुताबिक बनता है पहले 0 से 50 और दूसरा 51 से 150 तीसरा 151 से 300 और चौथा टैरिफ स्लैब 300 यूनिट से ज्यादा का रहेगा ।
चौथे टैरिफ स्लैब को खत्म कर 151 से अधिक यूनिट में शामिल किए जाने का प्रस्ताव है। जिसमें 151 से 300 यूनिट तक बिजली खपत वाले लोगों को नुकसान होगा।
पिछले साल हुआ इजाफा
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि पिछले वर्ष बिजली के टैरिफ में बढ़ोतरी हुई थी जिससे कंपनियों को 2000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान बताते हुए।
टैरिफ में 3.86 करने की मांग को किया गया। आयोग ने 0.7 फीसदी का इजाफा किया था जिसके बाद में बिल का अधिक असर नहीं हुआ।
सालाना हो रही बिजली महंगी
बिजली कंपनियों ने वर्ष 2024-25 में बिजली कटारी बढ़ाने के लिए विद्युत विनियामक आयोग में याचिका को दायर किया इस याचिका में बिजली कंपनियों ने 1537 करोड़ का घाटा बताया।
घाटे की भरपाई के लिए टैरिफ बढ़ाने की मांग की विद्युत सी नियामक आयोग ने जब नुकसान की जांच की तो यह नुकसान 795 करोड़ का था आयोग ने 1.655 फीस की तैयारी बढ़ाने की मंजूरी दी।