MP Excise Policy 2025 : इस साल शराब नीति में होगा बड़ा बदलाव, अब शराब दुकानों की नीलामी प्रक्रिया होगी ,इस तरह जानिए
सरकार ने अब तय किया है की अब आदिवासी क्षेत्रों में ग्रामसभा की अनुमति से ही शराब दुकानें खोली जा सकती है।

- दुकानों के समूह बनाकर की थी प्रक्रिया
- 2023 में अहाते बंद करने का निर्णय
- धार्मिक स्थलों के आसपास स्थित शराब दुकानें बंद
MP Excise Policy 2025 : मध्य प्रदेश सरकार इस बार शराब नीति में बदलाव कर रही है।अभी तक दुकानों के समूह बनाए जाते थे।और नीलामी की जाती थी। लेकिन अब 2025-26 के लिए समूह नही बनाए जाएंगे। एक एक दुकान की नीलामी होगी। आदिवासी क्षेत्रों में ग्रामसभा की अनुमति से ही अब शराब दुकानें खोली जाएंगी। धार्मिक स्थलों के पास स्थित कुछ दुकानों को बंद भी किया जाएगा। अब धार्मिक स्थल पर शराब दुकान नहीं होगी।इससे प्रतिस्पर्धा होगी और राजस्व बढ़ेगा।
प्रदेश में कंपोजिट शराब 3,605 दुकानें है। जिन्हें 1,100 समूह बनाकर नीलाम किया गया था। सरकार ने अब तय किया है की अब आदिवासी क्षेत्रों में ग्रामसभा की अनुमति से ही शराब दुकानें खोली जा सकती है।धार्मिक स्थलों के पास स्थित कुछ दुकानों को बंद कर दिया जाएगा।साल 2025-26 के लिए प्रस्तावित नीति को जल्द ही कैबिनेट बैठक में यह प्रस्ताव प्रस्तुत किए जा सकते है।
दुकानों के समूह बनाकर की थी प्रक्रिया
प्रदेश में देशी और विदेशी शराब के लिए अलग-अलग दुकानों के स्थान पर अब कंपोजिट दुकान की व्यवस्था लागू की जा रही है।वार्षिक मूल्य 15 प्रतिशत बढ़ाकर नवीनीकरण किया गया था। लेकिन दुकानों के समूह बनाकर प्रक्रिया की गई थी।
इसलिए अधिकतर दुकानें नवीनीकरण में चलीं गईं।और अभी तक इन दुकानों का नवीनीकरण नहीं हुआ है। उन्हें वार्षिक मूल्य कम करके दे दिया गया है।इस बार नवीनीकरण के द्वारा नीलामी नही की जाएगी। उसकी जगह एकल दुकान की नीलामी की जा रही है।वाणिज्यिक कर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।और नए लोगों को भी मौका मिलेगा। 2003 में एकल दुकान नीलामी की व्यवस्था थी।

2023 में अहाते बंद करने का निर्णय
सरकार अहाते का विकल्प तलाश सकती है।2023 में शिवराज सरकार ने अहाते बंद करने का निर्णय लिया था। कारण यह था की अहाते में बैठाकर शराब पिलाने से कानून व्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है। आस पास के इलाको में लडाई होती है। लेकिन ये सब बंद होने के बाद अब दुकान के आसपास लोग शराब पीने लगे हैं। जिससे दुकान के आस पास रहने वाले लोगो को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।इसी को देखते हुए सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था का प्रविधान किया है।
धार्मिक स्थलों के आसपास स्थित शराब दुकानें बंद
धार्मिक स्थलों के आसपास स्थित दुकानें को बंद किया जा सकता है।उज्जैन सहित कुछ अन्य धार्मिक स्थलों के आसपास शराब दुकानें है। महाकाल लोक बनने के बाद पूरे देश से आने वाले पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ गई है।शराब दुकानों के आसपास कई बार कानून व्यवस्था की स्थिति गड़बड़ा जाती है। इससे गलत संदेश जाता है। इसलिए कुछ दुकानें बंद की जा सकती हैं। बही दुकान बंद होगी जो धार्मिक स्थल के पास होगी।