MP Ropeway Project : मध्यप्रदेश में एक दर्जन से अधिक धार्मिक स्थलों पर बन रहे है रोपवे आइए, जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से
इस परियोजना से न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए भी यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा।

- उज्जैन महाकाल मंदिर रोपवे परियोजना
- सागर जिले का टिकिटोरिया माता मंदिर रोपवे
- जबलपुर में रोपवे परियोजना
- अन्य प्रमुख स्थानों पर प्रस्तावित रोपवे परियोजनाएं
MP Ropeway Project : मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के दुर्गम और दूरदराज क्षेत्रों में स्थित धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक पहुंचने के लिए एक शानदार और सुविधाजनक समाधान पेश किया है। यह समाधान है रोपवे परियोजना, जिसे राज्य में कई महत्वपूर्ण स्थानों पर लागू किया जाएगा।
इस परियोजना से न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए भी यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा। आइए, जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से।
रोपवे परियोजना का महत्व
मध्यप्रदेश में विभिन्न धार्मिक और पर्यटन स्थल ऐसे हैं जिन तक पहुंचना मुश्किल है, खासकर जब सड़कों और रेलमार्ग की स्थिति ठीक नहीं होती। ऐसे में, रोपवे परियोजना उन स्थानों को जोड़ा जाएगा, जहां तक अब तक सड़क या रेल मार्ग से पहुंच पाना मुश्किल था।
इस परियोजना के तहत विभिन्न धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक रोपवे लगने से इन स्थानों पर यात्रा करने में आसानी होगी, साथ ही यह पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक नई और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।
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उज्जैन महाकाल मंदिर रोपवे परियोजना
रोपवे परियोजना का पहला बड़ा कदम उज्जैन महाकाल मंदिर से जुड़ा है। केंद्रीय सड़कों और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उज्जैन महाकाल मंदिर रोपवे परियोजना को हरी झंडी दी है। इस परियोजना के तहत 1.762 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा।जो मोनो-केबल डिटैचेबल गोंडोला तकनीक पर आधारित होगा।
इस परियोजना की लागत लगभग 100 करोड़ रुपये है। इस रोपवे से श्रद्धालुओं को उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक सिर्फ 7 मिनट में पहुंचने का मौका मिलेगा।जबकि मौजूदा समय में यह यात्रा 25-30 मिनट की होती है।
इस प्रोजेक्ट के तहत तीन स्टेशन और 13 टॉवर बनाए जाएंगे।जो यात्रा को सुविधाजनक और आरामदायक बनाएंगे। यह परियोजना महाकाल मंदिर के भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।क्योंकि यह यात्रा को तेज और सुविधाजनक बनाएगा, जिससे हर दिन लगभग 64,000 श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
इस परियोजना को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम इस परियोजना का समन्वय कर रहा है।
सागर का टिकिटोरिया माता मंदिर रोपवे
सागर जिले के टिकिटोरिया माता मंदिर पर फनिकुलर रेलवे स्टेशन तक रोपवे का निर्माण किया जाएगा। जिसकी परियोजना की लागत 17.28 करोड़ रुपये होगी और यहां 15 मीटर लंबा रोपवे स्थापित किया जाएगा। वर्तमान में इस परियोजना के लिए शासकीय भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। इस रोपवे के निर्माण से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मंदिर तक आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी।
जबलपुर में रोपवे परियोजना
जबलपुर में भी रोपवे निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। जबलपुर के एमपायर स्टेडियम से गुरूद्वारा तक और सिविक सेंटर से बलदेव बाग तक रोपवे की योजना बनाई गई है। इस परियोजना के लिए प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट पहले ही दी जा चुकी है। जबलपुर में रोपवे से न केवल स्थानीय लोगों को लाभ होगा। बल्कि पर्यटकों को भी जबलपुर के प्रमुख स्थानों तक पहुंचने में सहूलियत होगी।
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अन्य प्रमुख स्थानों पर प्रस्तावित रोपवे परियोजनाएं
मध्यप्रदेश में रोपवे परियोजना के कई अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इनमें से कुछ प्रमुख स्थानों पर रोपवे का निर्माण जल्द ही शुरू किया जाएगा। यह परियोजनाएं राज्य के विभिन्न प्रमुख धार्मिक, पर्यटन और रमणीय स्थलों को जोड़ने का काम करेंगी। इनमें प्रमुख स्थानों पर रोपवे निर्माण के प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं:
- रानी रूपमति पवेलियन मांडू
- सिद्धवारकट जैन मंदिर ओंकारेश्वर
- सैलानी आइलैंड खंडवा
- रायसेन किला
- पातालकोट तामिया जिला छिंदवाड़ा
- राजवाड़ा चौराहा इंदौर
- ग्वालियर किला से फूलबाग चौराहा
- रामराजा मंदिर ओरछा
- भोपाल में गोल जोड़ तिराहा से न्यू मॉर्केट
- कोकता ट्रांसपोर्ट नगर से नादरा बस स्टैंड भोपाल
- रनेह फाल खजुराहो
- चौरागढ़ महादेव मंदिर पचमढ़ी
- दुग्धधारा अमरकंटक
इन स्थानों पर बनने वाले रोपवे से इन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटकों को इन प्रसिद्ध स्थलों तक पहुंचने में आसानी होगी। इन परियोजनाओं के साथ-साथ राज्य सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में एक नया आयाम जोड़ने की दिशा में कदम उठाया है।
रोपवे परियोजना के लाभ
सुविधाजनक यात्रा
रोपवे से यात्रा करने पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा। यह यात्रा समय को कम करेगा और लोग बिना किसी परेशानी के अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।
पर्यटन को बढ़ावा
रोपवे परियोजना से मध्यप्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान होगा। जिससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव
रोपवे यात्रा के दौरान लोग मध्यप्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे। पर्वतीय क्षेत्रों और रमणीय स्थलों के दृश्य इस यात्रा को और भी रोमांचक बना देंगे।
आर्थिक विकास
रोपवे परियोजनाओं से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और इससे स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा। पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलने से राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
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