MSP : मध्य प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी,MSP पर चना, मसूर और सरसों की खरीद शुरू, पंजीयन जरूरी
MSP : मध्य प्रदेश सरकार ने चना, मसूर और सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी की शुरुआत की है। 31 मई 2025 तक रजिस्ट्रेशन कराकर किसान अपनी फसल बेच सकते हैं।

- 31 मई तक MSP पर खरीदी जारी रहेगी।
- 4.63 लाख किसानों ने अब तक रजिस्ट्रेशन कराया।
- किसानों को 62.56 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका।
- मध्य प्रदेश में MSP पर चना, मसूर और सरसों की खरीदी शुरू, किसान खुश
MSP : मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। अब तक केवल गेहूं और धान ही MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर बिकते थे, लेकिन इस बार चना, मसूर और सरसों की भी MSP पर खरीदी की जाएगी। यह कदम किसानों को अधिक राहत देने के लिए उठाया गया है, ताकि वे अपनी फसलों का सही मूल्य पा सकें। कृषि मंत्रालय ने इस प्रक्रिया में 20 लाख टन उपज खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
क्या है MSP पर खरीदी का उद्देश्य?
एमएसपी पर खरीदी का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलवाना है। अक्सर बाजार में उपज का मूल्य उतना नहीं मिलता, जितना किसानों को चाहिए होता है, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। इस प्रणाली के तहत, सरकार सुनिश्चित करती है कि किसान अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर न हों और उन्हें न्यूनतम कीमत मिल सके। यह किसानों के आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करता है।
31 मई 2025 तक MSP पर होगी खरीदी
इस वर्ष चना, मसूर और सरसों की खरीद 31 मई 2025 तक की जाएगी। किसानों को इन तारीखों से पहले अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण कराना जरूरी होगा। अब तक, 4.63 लाख किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। यह एक बड़ा संकेत है कि किसान सरकार की इस योजना का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।
खरीदी के लिए लक्ष्य और पंजीकरण विवरण
विपणन संघ के प्रबंध संचालक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने इस बार के लिए खरीदी का लक्ष्य निम्नलिखित रखा है:
चना – 7,28,478 टन
मसूर – 7,79,000 टन
सरसों – 4,95,338 टन
अब तक, जो किसान पंजीकरण करा चुके हैं, उनकी संख्या इस प्रकार है
चना बेचने के लिए – 2,06,509 किसान
मसूर के लिए – 1,50,035 किसान
सरसों के लिए – 1,06,883 किसान
खरीदी केंद्रों की स्थिति
किसानों के लिए खरीदी केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है। इस बार कुल 733 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 157 केंद्रों पर अब तक खरीदी शुरू हो चुकी है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि सरकार ने किसानों के लिए पर्याप्त संसाधन और सुविधाएं सुनिश्चित की हैं, ताकि वे अपनी उपज बिना किसी समस्या के बेच सकें।
अब तक हुई खरीदी और भुगतान
चना – 4,490 टन
मसूर – 1,650 टन
सरसों – 1,939 टन
वर्तमान में किसानों को 62.56 लाख रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। यह भुगतान किसानों के खाते में जमा किया गया है, जिससे उन्हें तुरंत राहत मिल रही है।
समर्थन मूल्य की दरें (रुपये प्रति क्विंटल)
चना – 5,650 रुपये प्रति क्विंटल
मसूर – 6,700 रुपये प्रति क्विंटल
सरसों – 5,950 रुपये प्रति क्विंटल
यह कीमतें किसानों के लिए राहत की बात हैं, क्योंकि इन कीमतों पर वे अपनी उपज को बिना किसी समस्या के बेच सकते हैं।
किसानों को क्या करना होगा?
अगर आप मध्य प्रदेश के किसान हैं और अपनी उपज MSP पर बेचना चाहते हैं, तो आपको 31 मई 2025 तक पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के लिए आपको अपने नजदीकी खरीदी केंद्र पर जाकर या ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना होगा। पंजीकरण के बाद, आप अपनी फसल को निर्धारित केंद्र पर बेच सकते हैं और सरकार से तय समर्थन मूल्य पर भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
इसके साथ ही, किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी उपज को बिना किसी दलाल के सीधे मार्केट में बेचें, ताकि उन्हें बेहतर मूल्य मिल सके।
खरीदी केंद्रों पर क्या ध्यान रखें?
किसान भाइयों को यह ध्यान रखना चाहिए कि खरीदी केंद्रों पर आकर अपनी उपज को सही तरीके से बेचें। केंद्रों पर सभी जरूरी दस्तावेज लेकर जाएं और कोई भी दस्तावेजी कमी न होने पाए। इसके साथ ही, फसल की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें, ताकि उस पर MSP का पूरा फायदा मिल सके।
मध्य प्रदेश सरकार का यह कदम किसानों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। MSP पर चना, मसूर और सरसों की खरीदी से किसानों को अपनी फसल का सही मूल्य मिलेगा, और उन्हें बाजार में कम दाम पर अपनी उपज बेचने की मजबूरी नहीं होगी। किसानों को समय रहते पंजीकरण कराना होगा और खरीदी केंद्रों पर जाकर अपनी उपज बेचनी होगी। इस व्यवस्था से किसानों की आय में वृद्धि होगी और वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकेंगे।