एमपी मे ग्रामीणों ने अधिकारियों को 5 घंटे तक बनाया बंधक जानिए क्या ही मामला
मोरंड-गंजाल नदी पर बनने वाले डैम (Narmadapuram NVDA Officials Hostage)के लिए जंगल में वृक्षों की रीकाउंटिंग करने के लिए एनवीडीए के अधिकारी सहित वन विभाग के लोगों बंधक बना लिया।
Narmadapuram NVDA Officials Hostage: ग्रामीणों ने बाजी नदी के पुल पर रास्ता रोककर अधिकारियों को 5 घंटे तक बनाया बंधक आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां सिवनी मालवा तहसील के ग्राम लाही में मंगलवार दोपहर को मोरंड-गंजाल नदी पर यह बनने वाले डैम के लिए जंगल में वृक्षों की रीकाउंटिंग करने के लिए एनवीडीए के अधिकारी सहित वन विभाग के लोगों का आदिवासी ग्रामीणों ने बाजी नदी के पुल पर 5 घंटे तक की रास्ता रोककर बंधक बना लिया गया बताया जा रहा है।
यहां दोनों तरफ महिला और पुरुष ने बंधक बना लिया गया था जिन्होंने रास्ता रोक कर रखा था महिला पुरुष रास्ता रोककर सड़क पर बैठे रहे बताया जा रहा है कि यहां बिना किसी सूचना के जंगल में घुस गए थे और फोटो वीडियो बना रहे थे और इसकी सूचना ग्रामीणों को नहीं दी गई थी जिसके चलते इन्होंने बंधक बनाकर के रास्ता रोक लिया गया था।
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां डैम का काम बनाने के लिए दम बनाने के लिए अधिकारियों ने रीकाउंटिंग के लिए आए हुए थे।
जिसके बाद में ग्रामीणों ने बीच पुल पर बंधक बनाकर के रास्ता रोका था यहां पर नेटवर्क की समस्या भी थी जिसके पास में कड़ी मस्कत के पांच घंटे बाद समझाइए से रास्ता खोला गया।
ग्रामीणों ने बनाया अधिकारियों को बंधक
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह घटनास्थल के पास में कोई मोबाइल नेटवर्क ना होने के वजह से जैसे तैसे अधिकारियों के साथ में सड़क मार्ग से पैदल चलकर के करीब 5 किलोमीटर दूर जहां से इसकी सूचना सिवनी मालवा के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना भी दी गई।
उसके बाद में यहां सूचना मिलते ही सिवनी मालवा की तहसीलदार राकेश खजूरिया एसडीओपी राजू रंजन सहित बड़ी संख्या में पुलिस पर घटनास्थल पर पहुंच गया तथा उसके बाद में आदिवासी ग्रामीणों से चर्चा की जिसमें यह ग्रामीणों ने बताया गया कि यह अधिकारी बिना किसी सूचना दिए जंगल में घुस गए थे और वहां जाकर के फोटो वीडियो बना रहे थे ।
बताया जा रहा है कि इसकी सूचना ग्राम पंचायत में भी नहीं दी गई थी और उसी के वजह से इनका रास्ता रोक करके हमने इनको बंधक बना लिया गया यह एसडीओपी राजू रंजन ने ग्रामीणों को समझाइए थी और कहां की हम लोग भी आपके ही बीच के हैं आगे से अधिकारी बिना ग्रामीणों को विश्वास के लिए डेम के किसी भी प्रकार का काम नहीं करेंगे।
अधिकारियों के समझाइस पर खोला रास्ता
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के सब इंजीनियर एच एल बामनिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दम का कार्य शुरू करने के लिए हम रिकाउंटिंग के लिए आए हुए थे और काम शुरू करने ही वाले थे लेकिन बहुत सारे ग्रामीण आ गए और उसके चलते काम को रोक दिया गया।
ग्रामीणों ने हमें भाजी नदी के पुल पर बंधक बना दिया गया तथा दोनों तरफ महिला और पुरुष रास्ता रोक करके बैठ गए उसके बाद सिवनी मालवा के अधिकारियों आए और गाड़ी को जाने दिया वही ग्रामीणों ने बताया कि यहां कोई भी प्रकार का दम नहीं बनाया जाएगा।
अगर यह पर डेम बनेगा तो इसमें हमारी जमीन है घर पर बात बर्बाद हो जाएगी हमारे बच्चे क्या करेगी इसीलिए यहां किसी भी प्रकार का दम नहीं बनाया जाएगा।