One Nation One Election: 5 साल से ज्यादा टिकेगी मोहन सरकार हुआ ये बदलाब जानिए
मोदी कैबिनेट के फैसले से (One Nation One Election)मोहन सरकार की मौज सरकार 5 साल नहीं बल्कि 6 साल चलाई जाएगी।
One Nation One Election:मोहन यादव की लंबी पारी अब इतने साल चलेगी गवर्नमेंट आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि मोदी कैबिनेट के फैसले से मोहन सरकार की मौज हो गई है जी हां बताया जा रहा है कि अब यहां सरकार 5 साल नहीं बल्कि 6 साल चलाई जाएगी।
जिसमें मोदी सरकार ने वन नेशन वन इलेक्शन (One Nation One Election) को हरी झंडी देने के बाद में अब लोकसभा तथा राज्य के चुनाव एक साथ होंगे जी हां जिसमें मध्य प्रदेश में जो चुनाव 2028 में होने वाले थे वहां अब 2029 में लोकसभा चुनाव के साथ में ही होंगे बताया जा रहा है।
अब मोहन सरकार की इस बार पारी 5 साल की नहीं बल्कि 6 साल की होगी और उनका 6 साल काम करने का मौका भी दिया जाएगा यह प्रधानमंत्री मोदी सरकार के नेतृत्व में बीजेपी एक और ऐतिहासिक कदम की तरफ पड़ रही है जिसमें वन नेशन वन इलेक्शन को हरी झंडी दे दिए बताया जा रहा है।
अब आने वाले चुनाव इस आधार पर किए जाएंगे जिसमें केंद्र के साथ में आप राज्य की भी चुनाव होंगे जी हां और यहां कार्यकाल 5 साल का नहीं बल्कि अब 6 साल का कर दिया गया है जिसमें मोहन सरकार को 1 साल अतिरिक्त में कार्य करने का मौका मिला है।
जाने कब होंगे अगले चुनाव
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह मध्य प्रदेश में 2023 में हुए विधानसभा चुनाव संपन्न हुए थे जो कि प्रदेश के विधानसभा का कार्यकाल 2028 तक के ही था जी हां लेकिन अब इसको केंद्र सरकार ने 1 साल और आगे बड़ा दिया गया है जिसमें बताया जा रहा है कि वन नेशन वन इलेक्शन (One Nation One Election) को मंजूरी दिए देने के बाद में एमपी विधानसभा का कार्यालय 1 साल का और बढ़ गया है जिसमें लोकसभा के साथ 2019 में चुनाव किए जाएंगे।
इन राज्यों में होंगे समय से पहले चुनाव
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां मोदी सरकार के वन नेशन वन इलेक्शन के रूप में एक बहुत बड़ा फैसला को ले लिया गया है और उसके कारण से कई राज्यों में समय के पहले चुनाव होंगे जबकि कई राज्यों में निर्धारित समय के बाद में चुनाव किए जाएंगे बताया जा रहा है।
राजनीति नफा नुकसान कितना होगा या बाद में पता चलेगा और यहां देश में एक साथ चुनाव कराने से सरकारों और नगरी निकायों को कम करने का अधिक मौका मिलेगा बताया जा रहा है कि 1957 से 1967 तक के देश में लोकसभा तथा विधानसभा के चुनाव एक साथ होते रहते थे लेकिन यहां कम धीरे-धीरे बिगड़ गया और यह राजनीतिक दलों में मजबूत इच्छा शक्ति दिखानी होगी।
केंद्र सरकार का किया मोहन ने आभार व्यक्त
बताया जा रहा है कि केंद्र की सरकार ने यहां फैसले से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्वागत करते हुए बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र में वन नेशन वन इलेक्शन की दिशा की तरफ एक नया ऐतिहासिक कदम को उठाया गया है और इससे भारतीय लोकतांत्रिक मूल्य तथा आदर्श को और ज्यादा मजबूती भी मिलेगी और संसदीय प्रणाली मजबूत होगी तथा ऐतिहासिक सुधार आएगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने वन मिशन वन इलेक्शन पर गोविंद कभी कमेटी की सिफारिश दी जाने का स्वागत करते हुए मोदी सरकार का फैसला बताया गया है।
जाने क्या कहती भाजपा और कांग्रेस की राय
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि इसमें भाजपा तथा कांग्रेस की अलग-अलग राय आ रही है जिसमें बताया जा रहा है कि मोदी सरकार की एक गारंटी एक और गारंटी को पूरा करने के लिए खत्म आगे उठाया गया है और यह फैसले से लोकतंत्र को मजबूती भी मिलेगी और एक साथ सभी चुनाव होंगे।
जिससे राजनीति की स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा तथा सरकारी कामों को करने में सबसे ज्यादा समय भी मिलेगा एक ही समय पर चुनाव कराने से सरकारों तथा राजनीतिक पार्टियों में भी कम आएगा और अधिक संसाधनों का उपयोग होगा जिसको देखते हुए मोदी सरकार ने यहां वन नेशन वन इलेक्शन को लागू कर दिया गया है।