PM Kishan Yojna New Update 2025 : किसान सम्मान योजना में हुआ बड़ा बदलाव ,अब इन किसानों को नहीं मिलेगी किस्त की राशि, किसानो को करना होगा यह काम

सरकार ने योजना में नए निर्देश लागू करने की घोषणा की है।नई गाइडलाइन के आने से पीएम सम्मान निधि योजना के लाभ पाने के नियम को बदल दिया गया है।

  • सरकार ने योजना में नए निर्देश लागू करने की घोषणा की है
  • क्या होगी  नई गाइडलाइन्स?
  • योजना में मुख्य बदलाव क्या हुए
  • पायलट प्रोजेक्ट सरकार का  मुख्य उद्देश्य होगा।

PM Kishan Yojna New Update 2025 : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जिसने करोड़ों किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की है इसमें अब नए नियमों के तहत एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। सरकार ने योजना में नए निर्देश लागू करने की घोषणा की है।नई गाइडलाइन के आने से पीएम सम्मान निधि योजना के लाभ पाने के नियम को बदल दिया गया है। जिसके अनुसार अब केवल वे किसान ही इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। जिनके नाम पर ज़मीन दर्ज है।

पीएम किसान योजना के अंतर्गत सिर्फ किसानों को लाभ दिया जाता है जिसमें उन्हें हर साल 6 हजार रुपये देने का प्रावधान है। इस पैसे को 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है।

क्या होगी नए नियम ?

नई गाइडलाइन्स के तहत, किसानों को इस योजना का लाभ तब ही ले सकते है। जब ज़मीन  उनके नाम पर होगी। जिन किसानों की ज़मीन उनके दादा-परदादा , परिवार के किसी अन्य सदस्य के नाम पर है तो इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। इस योजना का लाभ पाने के लिए आपके नाम पर जमीन होना अनिवार्य है।

मुख्य बदलाव क्या हुए

  • योजना का लाभ केवल  भूमि के  मालिकों को ही मिलेगा।
  • ज़मीन का स्वामित्व सुनिश्चित करने के लिए सरकारी दस्तावेजों का सत्यापन अनिवार्य होगा। तभी योजना का लाभ दिया जाएगा।
  • जिन किसानों के नाम ज़मीन नहीं होगी,उन्हें 1 जनवरी 2025 से इस योजना के लिए पात्र नहीं माना जाएगा।

 50% किसान वंचित हो सकते हैं

देश के ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में ज़मीनें अभी भी संयुक्त परिवारों के नाम पर हैं।जैसे दादा-परदादा के नाम पर अभी भी दर्ज है। इसी कारण लगभग 50% किसान इन नए नियमों के कारण योजना से वंचित हो सकते हैं। किसानों को अपनी भूमि अपने नाम पर करवाने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। उसी के बाद उन्हे इस योजना का लाभ मिल सकता है।नही तो  इस योजना के लाभ से बह वंचित हो जाएंगे।

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 पायलट प्रोजेक्ट सरकार का  मुख्य उद्देश्य

सरकार ने कहा है की यह बदलाव योजना के दुरुपयोग को रोकने  के लिए किया जा रहा है।और इससे  सही लाभार्थियों तक सहायता पहुंचाने के लिए किया गया है। कुछ जिलों में इस नई प्रक्रिया को और अच्छा बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। जिससे किसानों को ज़मीन के स्वामित्व का प्रमाणपत्र प्राप्त करने में आसानी होगी। इससे योजना का लाभ सही इंसान को दिया जाएगा।जो इस लाभ का हकदार होगा।

 किसानों  को प्रभावित करने के लिए क्या करें?

  • अपनी भूमि के स्वामित्व को जमीन का सत्यापन करना होगा।
  •  अगर ज़मीन दादा-परदादा के नाम पर है, तो उसे अपने नाम पर ट्रांसफर कराने की प्रक्रिया तुरंत शुरू करें।
  • ज़मीन ट्रांसफर प्रक्रिया के लिए सरकार द्वारा स्थापित विशेष हेल्पडेस्क का उपयोग करें।

इस फैसले का किसानों पर असर

जहां एक ओर यह कदम पारदर्शिता और योजना के दुरुपयोग को रोकने की दिशा में उठाया जा रहा है।और यह कदम किसानों के लिए लाभदायक भी होगा।वहीं दूसरी ओर यह लाखों किसानों के लिए एक चुनौती बन सकता है।  जब किसान आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, यह नया नियम उन्हें योजना से वंचित कर सकता है।

पीएम किसान सम्मान निधि योजना ने छोटे और सीमांत किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार किया है। लेकिन नई गाइडलाइन्स के चलते अब यह देखना होगा। कि कितने किसान इन बदलावों के साथ योजना का लाभ उठा पाएंगे। सरकार को इन नियमों का कार्य सरल करना चाहिए। ताकि अधिक से अधिक किसान इस योजना से लाभान्वित हो सकें। किसानो को इस योजना का लाभ पाने के लिए जमीन को अपने नाम पर करवाना जरूरी है।

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Rahul Srivastava

मेरा नाम राहुल श्रीवास्तव है मैं नरसिंहपुर जिले से हूं ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद कुछ समय मैं अखबारों में कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ-साथ समाचार लेखन का काम भी किया और अब समाचार लेखन का काम की नई शुरुआत कर रहा हूं मेरे द्वारा लिखे गए कंटेंट पूर्णता सत्य होंगे और आपको यह कंटेंट अच्छे लगेंगे।

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