Ratlam Weather Report: मावठे की हो रही बारिश खराब मौसम का फसलों पर असर बच्चों की पुनः छुट्टी घोषित
कई स्थानों पर मावठे की रिमझिम-तेज वर्षा से मौसम पूरी तरह बिगड़ गया

Ratlam Weather Report:आपको यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में भी ठंडी का असर देखने को मिल रहा है जी हां बताया जा रहा है कि कुछ स्थानों पर मराठी की बारिश की वजह से मौसम खराब हो गया है ।
कलेक्टर ने शुक्रवार और शनिवार को छुट्टियां भी घोषित करती है बताया जा रहा है कि जिले में शीतलहर का असर दिनों दिन बढ़ते ही जा रहा है जिससे कलेक्टर ने दिशा निर्देश पर शिक्षा विभाग के सभी स्कूलों में कक्षा आठवीं से लेकर के नर्सरी तक के बच्चों की छुट्टियां घोषित करने का आदेश जारी किया।
यह भी पढिए:-Train Cancelled 2025: घर से निकलने के पहले करे चेक हो गई इस रूट की सारी ट्रेनें रद्द
शुक्रवार को स्कूल बंद तथा शनिवार को भी रहेगी छुट्टियां कई स्थानों पर मावठे की रिमझिम तेज बरसात से पूरा मौसम बिगड़ गया सर्द मौसम से लोगों का हाल बेहाल हो गया।
हर किसी को कपकपी छूट रही है शीतलहर से बचाव के लिए किया जा रहे तरह-तरह के उपाय भी नाकाम साबित हो रहे हैं।
किसानों को फसल बिगड़ने की आशंका सता रही
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं की मौसम की यह बदलने से लोगों को फसल की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है बच्चे बड़े और बुजुर्ग सर्दी खांसी जुकाम हाथ पैर दर्द सिर दर्द आदि की चपेट में आ रहे हैं।
तथा रवि सीजन के पौधे पर भी शीतलहर से झुलस रहे हैं 6.7 डिग्री सेल्सियस तापमान गिरा दिन का तापमान बुधवार के मुकाबले गुरुवार को ज्यादा तापमान में 6.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट और न्यूनतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी को रिकॉर्ड किया।
जिले में तापमान में बढ़ोतरी को दृष्टिगत रखते हुए विद्यार्थियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने नर्सरी से माध्यमिक स्तर तक के सभी कक्षाओं के लिए 17 और 18 जनवरी को अवकाश घोषित कर दिया।
खेतों का निरीक्षण कर दे रहे सलाह
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह सहायक संचालक कृषि ने यहां बताया है कि वर्तमान में फसलों की स्थिति ठीक है तापमान में 5 डिग्री के नीचे जाने पर रवि फसलों में नुकसान की आशंका होती है ।
किसान गेहूं फसल में दूसरी सिंचाई बनी से 40 से 45 दिन के बाद किले निकलते समय करें समय से बोई गई फसल में तीसरी सिंचाई बनी के बाद 60 से 65 दिनों के बाद तने में काठी बनते समय करें खेत में यूरिया का उपयोग सिंचाई करने के बाद में करें।