Rules Selling land changed : बदल गए रजिस्ट्री के नियम अब जमीन खरीदने और बेचने से पहले करे ये काम
जमीन का एक हिस्सा भी बेचा दिया है, तो उसका भी नामांतरण अब साइबर तहसील के माध्यम से हो सकेगा

Rules Selling land changed: आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि अगर आपने जमीन का एक हिस्से को भेज दिया है तो उसका भी नामांतरण आप सही पर तहसील से ही होगा साइबर तहसील 2 के अंतर्गत यह सुविधा पक्षकारों को मिली है।
जिसमें बताया जा रहा है कि पंजीयन विभाग से रजिस्ट्री के बाद में सीधे नामांतरण के लिए फाइल पहुंच जाएगी यहां पक्षकार को आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है अब शहरी क्षेत्र में भी हषर्लोट के नामांतरण होने लग गए हैं बताया जा रहा है कि यह साइबर तहसील पर 3651 आवेदन आए हैं।
जिसमें से यह 3380 पर फैसला भी हो गया है सरकार द्वारा साल की शुरुआत से ही मध्य प्रदेश में साइबर तहसील की व्यवस्था को लागू कर दिया गया नामांतरण के नाम पर जो भ्रष्टाचार होता था उसमें नई व्यवस्था से उसे पर लगाम लगेगी और उसी के साथ में अब तहसीलदारों का भी काम हो जाएगा।
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अभी तक के साइबर तहसील में जमीनों के नामांतरण हो रहे थे और उसका पूरा रकबा बिक रहा था लेकिन गांव में पूरा खेत देखने पर साइबर तहसील से नामांतरण होता था इस वजह से साइबर तहसील पर नामांतरण की संख्या बहुत कम थी लेकिन शहर के नामांतरण होने की संख्या बढ़ गई।
पंजीयन विभाग का सॉफ्टवेयर राजस्व से लिंक है रजिस्ट्री होने के बाद में फाइल साइबर तहसील के पास में पहुंच जाएगी अगर व्यक्ति 500 फुट का भी प्लॉट खरीदना है तो उसका नामांतरण हो जाएगा और उसे तहसील में आवेदन देने के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
पटवारी को पूरा काम ऑनलाइन करना पड़ेगा और यहां नामांतरण का प्रकरण होने दर्ज होने के बाद में 15 दिन के अंदर पटवारी को ऑनलाइन रिपोर्ट अपलोड करना पड़ेगा अगर रिपोर्ट अपलोड नहीं होती है तो वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में मामला आ जाएगा ।
पटवारी की रिपोर्ट के बाद में मात्र तहसीलदार को एक क्लिक करना होगा व्यक्ति का नामांतरण होने के बाद में खसरे में या दर्ज हो जाएगा।
ऑफलाइन सिर्फ वही नामांतरण होते जिसमें कोई भी आपत्ति नहीं है या कोई विवाद नहीं है उसकी सुनवाई के लिए मामला तहसीलदार के पास जाएगा।
अगर पटवारी नेगेटिव रिपोर्ट लगते हैं तो उसकी टिप को दर्ज करनी पड़ेगी अगर आपत्ति का कोई दस्तावेज है तो उसे पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
साइबर तहसील में नामांतरण में पटवारी की रिपोर्ट अहम है जिसके आधार पर नामांतरण खतरे में नाम दर्ज होंगे ।
271 आवेदन लंबित 60 की रिपोर्ट नहीं आई
जिले की 15 तहसीलों में साइबर तहसील के अंतर्गत 271 आवेदन आमंत्रण के लिए लंबित है साथ आवेदन में पटवारी की रिपोर्ट नहीं आई है।
128 मामलों में आपत्ति व कोर्ट केस होने के कारण तहसीलदारों के यहां भेजे गए हैं।
तहसील में 70 आवेदन आए जिसमें 69 आवेदनों का फैसला हो गया एक आवेदन लंबित चल रहा।
सिटी सेंटर पर 27 आवेदन आए इसमें से 26 पर फैसला हो गया एक लंबित चल रहा है।
साइबर तहसील 2 में होकर नामांतरण साइबर तहसील वन में पूरा सर्वे नंबर बिकने पर ही नामांतरण हो रहा था। लेकिन अब साइबर तहसील 2 के अंतर्गत जमीन का छोटा टुकड़ा बेचने पर नामांतरण होने लग गए।