Sagar Lokayukta : रिश्वतखोर पटवारी पंचायत भवन में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, कलेक्टर के निर्देशों की उड़ी धज्जियां
शिकायत के अनुसार, गीतेश दुबे ने रामसखी पटेल से उसके पुस्तैनी मकान के लिए रास्ता खुलवाने के बदले रिश्वत की मांग की थी।

- दमोह के पटवारी गीतेश दुबे रंगेहाथ गिरफ्तार
- ग्राम पंचायत भवन में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया
- फरियादी रामसखी पटेल से 30 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था।
- सागर लोकायुक्त की टीम ने बुधवार को पटवारी को रंगेहाथ पकडा
Sagar Lokayukta: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी के खिलाफ चल रही कड़ी कार्रवाई का सिलसिला जारी है, लेकिन बावजूद इसके रिश्वतखोर अधिकारियों और कर्मचारियों की हिम्मत कम होती नहीं दिखाई दे रही है।
ताजा मामला दमोह जिले का है, जहां एक पटवारी को लोकायुक्त की टीम ने 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया है। यह घटना इस लिहाज से भी हैरान करने वाली है कि पटवारी ने कलेक्टर के निर्देशों को दरकिनार करते हुए रिश्वत की मांग की थी।
दमोह के पटवारी गीतेश दुबे रंगेहाथ गिरफ्तार
सागर लोकायुक्त की टीम ने बुधवार को गीतेश दुबे नामक पटवारी को रंगेहाथ पकड़ने में सफलता प्राप्त की। यह पटवारी अभाना तहसील, दमोह का निवासी है और फरियादी रामसखी पटेल से 30 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। शिकायत के अनुसार, गीतेश दुबे ने रामसखी पटेल से उसके पुस्तैनी मकान के लिए रास्ता खुलवाने के बदले रिश्वत की मांग की थी।
लोकायुक्त को शिकायत मिलते ही उन्होंने मामले की जांच शुरू की और शिकायत को सही पाया। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाकर पटवारी गीतेश दुबे को ग्राम पंचायत भवन में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। इस कार्रवाई से लोकायुक्त की टीम ने रिश्वतखोरी के खिलाफ अपनी कठोर कार्रवाई को और भी मजबूत किया है।
कलेक्टर के निर्देशों की अनदेखी
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़िता रामसखी पटेल ने अपनी शिकायत पहले दमोह कलेक्टर के समक्ष रखी थी। कलेक्टर ने भी मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करने के लिए पटवारी गीतेश दुबे को निर्देश दिए थे, लेकिन पटवारी ने कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए फिर भी रिश्वत की मांग की।