Sourabh Sharma News : लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर की 50 से अधिक बेनामी संपत्तियों का किया खुलासा , दुबई में भी फैला है नेटवर्क
यह मामला इसलिए और भी अहम बन गया है क्योंकि सौरभ शर्मा का नाम दुबई में भी सामने आया है। जहां उनके द्वारा अवैध संपत्तियां खरीदी गईं है।

- सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर का होगा बड़ा नेटवर्क
- सौरभ और उनके कई नजदीकी पुलिस के रडार पर
- जल्द हो सकता है सौरभ का सरेंडर
Sourabh Sharma News : लोकायुक्त पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी कार्यवाही की है जिसमे सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर की 50 से अधिक बेनामी संपत्तियों का खुलासा किया गया है। यह मामला इसलिए और भी अहम बन गया है क्योंकि सौरभ शर्मा का नाम दुबई में भी सामने आया है। जहां उनके द्वारा अवैध संपत्तियां खरीदी गईं है। सौरभ और चेतन सिंह गौर की इन संपत्तियों की जांच अब तेज़ी से चल रही है।
और कई नये तथ्य सामने आ रहे हैं।उनके खिलाफ मामले की गंभीरता को देखते हुए अब वे खुद को पुलिस के हवाले करने का विचार कर सकते हैं।लोकायुक्त पुलिस ने कहा कि ये रिश्तेदार केवल एक तरीके के मोहरे हैं। जिनके द्वारा सौरभ और चेतन ने अपनी संपत्तियों को छुपाने की कोशिश की है।सौरभ शर्मा का नाम पहले भी कई बार विवादों में सामने आया है।
लेकिन इस बार लोकायुक्त पुलिस ने बेनामी संपत्तियों को लेकर जो जानकारी एकत्रित की है। वह चौंकाने वाली है। इन संपत्तियों में ना केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी उनकी संपत्तियों के बारे में पता चला है। इन संपत्तियों का पता लगाने की प्रक्रिया अब पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण बन गई है, क्योंकि इससे जुड़ी कई जानकारी विदेशों से प्राप्त हो रही हैं जो न्यायिक प्रक्रिया को और जटिल बना सकती है।
सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर का होगा बड़ा नेटवर्क
सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर दोनों ही बड़े पैमाने पर संपत्ति खरीदने के लिए बेनामी नामों का उपयोग कर रहे थे। लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक, इन संपत्तियों में कई हाई-प्रोफाइल रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स शामिल हो सकते है। जिन्हें इन दोनों के नाम पर रजिस्टर्ड नहीं किया गया था। पुलिस की जांच से पता चला कि ये संपत्तियां उनके नजदीकी रिश्तेदारों और एक-दो लोगों के नाम पर थीं जिनका सौरभ और चेतन से गहरा संबंध हो सकता है।
लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि इन संपत्तियों के संबंध में कई दस्तावेज़ों की पहचान की गई है। जिनमें संपत्तियों के मालिकाना हक के बारे में जानकारी दी गई है। पुलिस ने इस जांच को और भी विस्तृत करने की योजना बनाई है। ताकि उन सभी लोगों का पता चल सके।
जिनके द्वारा इन संपत्तियों का निवेश किया गया है।सौरभ और चेतन सिंह गौर की इन संपत्तियों की जांच अब तेज़ी से चल रही है। और कई नये तथ्य सामने आ रहे हैं।उनके खिलाफ मामले की गंभीरता को देखते हुए अब वे खुद को पुलिस के हवाले करने का विचार कर सकते हैं।
सौरभ और उनके कई नजदीकी पुलिस के रडार पर
सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर के साथ साथ उनके कई नजदीकी रिश्तेदार भी पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस को शंका है कि इन रिश्तेदारों के नाम पर कई अन्य बेनामी संपत्तियां खरीदी गई होंग जिन्हें सौरभ और चेतन की भागीदारी से छुपाया गया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि सौरभ शर्मा के कई ऐसे करीबी लोग भी इसमें शामिल हो सकते है। जिनके नाम पर सौरभ ने संपत्तियां खरीदने की प्रक्रिया को अंजाम दिया होगा।इन लोगों में उनके परिवार के सदस्य, करीबी रिश्तेदार, और कुछ व्यावसायिक सहयोगी शामिल हो सकते है। इन सभी की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
लोकायुक्त पुलिस ने कहा कि ये रिश्तेदार केवल एक तरीके के मोहरे हैं। जिनके द्वारा सौरभ और चेतन ने अपनी संपत्तियों को छुपाने की कोशिश की है। लेकिन अब तक पुलिस को इन रिश्तेदारों के बारे में कुछ ठोस जानकारी नहीं मिली है। लेकिन पुलिस की जांच जारी है। और इस मामले में और भी चौंकाने वाली जानकारियाँ सामने आ सकती हैं।
जल्द हो सकता है सौरभ का सरेंडर
सौरभ शर्मा के खिलाफ जांच की गति को तेज कर दिया गया है।और यह देखते हुए यह माना जा रहा है। कि वह जल्द ही गिरफ्तारी देने का फैसला कर सकते हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक,सौरभ ने कुछ करीबी रिश्तेदारों से मदद लेने का प्रयास किया है।लेकिन उनके खिलाफ मामले की गंभीरता को देखते हुए अब वे खुद को पुलिस के हवाले करने का विचार कर सकते हैं।
सौरभ की गिरफ्तारी के बाद उनकी सारी संपत्तियों की स्थिति और उनके खिलाफ चल रही जांच के बारे में और भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने लाई जा सकती है। इस तरह के मामलों में अक्सर अदालतें भी कड़ी कार्रवाई करती हैं। और दोषियों को कड़ी सजा दी जाती है।
दुबई में फैला सौरभ का नेटवर्क
सौरभ शर्मा का नाम दुबई में भी सामने आया है। पुलिस सूत्रों की माने तो दुबई में कई संपत्तियां सौरभ के नाम पर खरीदी गई थीं लेकिन इन संपत्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त करना बहुत मुश्किल हो गया है। दुबई की संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए अब पुलिस वहां की कानून प्रवर्तन एजेंसियों से सहयोग ले रही है।
इन संपत्तियों के बारे में प्रारंभिक जानकारी मिली है की , सौरभ ने इन संपत्तियों में भारी निवेश किया था।जो उनकी अवैध संपत्ति को छिपाने का तरीका हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कई जटिलताएं बताई जा रही है। जिनका समाधान केवल विस्तृत जांच से ही संभव हो सकता है।पुलिस इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है ताकि सौरभ और उनके सहयोगियों को पकड़ा जा सके।
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