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सिवनी गोहत्या कांड को लेकर जगद्गुरु शङ्कराचार्य का हल्ला बोल

मोहन सरकार को कहा हिन्दू अगर बागी हुआ तो सरकार को ही खामियाजा भुगतना होगा। स्वामी सदानन्द सरस्वती (Swami Sadananda Saraswati)

Mp Big News : विगत दिनों सिवनी में हुई सामूहिक गोहत्या का प्रकरण को लेकर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती  (Jagadguru Shankaracharya Swami Sadananda Saraswati) ने मध्य प्रदेश की मोहन सरकार पर हल्ला बोलते हुए कहा कि यह मामला हमारे सामने आया इस प्रकरण ने बहुत आघात दिया।

समस्त हिन्दू समाज इससे दुखी हुआ। इस तरह सामूहिक हत्या किसी भी जीव की होती वह अनुचित थी। यहाँ गाय पर आघात करने का कारण क्या था ? यह विचारणीय है।

जैसा कि जाँच कमेटी का कहना है एक वर्गविशेष के द्वारा गाय खरीद कर सामूहिक हत्या कर जगह- जगह अपमानित करते हुए उन्हें फेंका गया तो यह कार्य गोमाँस खाने के लिए नहीं किया गया बल्कि इसके पीछे कुछ और ही बात है।

जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती  (Jagadguru Shankaracharya Swami Sadananda Saraswati) ने कहा की  इस पर अब मात्र गहन विचार ही नहीं अपितु कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। हमारे सद्‌गुरुदेव द्विपीठाधीश्वर जगद्‌गुरु शङ्कराचार्य जी महाराज की जन्मस्थली सिवनी जनपद है। उनके दिव्य प्रभाव का ही असर है कि सिवनी की जनता ने गोहत्यारों के विरुद्ध जो एकजुटता दिखाई वह सर्वत्र अनुकरणीय है।

स्वामी सदानन्द सरस्वती (Swami Sadananda Saraswati) ने कहा की विगत लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश ने भाजपा के पक्ष में पूरी उन्तीस सीटें देकर जो आश्चर्यजनक कार्य किया है कहीं उसका ही यह कारण तो नहीं कि अब सरकार और हिन्दू मतदाता को चिढाने के लिए यह कार्य किया गया है? जिस तरह अब हिन्दू, मुसलमान का विभाजन करके चुनाव हो रहे हैं उसके गम्भीर परिणाम का प्रारम्भ होता इस प्रकरण में दीख रहा है।

हिन्दू मानबिन्दुओं की रक्षा का दायित्व अब प्रदेश सरकारों और केन्द्रीय सरकार को लेना ही होगा क्योंकि हिन्दू वोट शत-प्रतिशत आपको मिला है। इस प्रकरण को करने वाले तो पकड लिए गए हैं किन्तु इतने मात्र से इतिकर्तव्यता नहीं हो जाती। इसके पीछे किसकी मानसिकता है? किसने यह जघन्य कार्य करने प्रेरित किया यह जानना आवश्यक है।

स्वामी सदानन्द सरस्वती (Swami Sadananda Saraswati) ने कहा कीअभी सरकार ने सिवनी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाया है किन्तु यह समस्या का समाधान नहीं । जब तक आरोपियों को कठोर सजा नहीं दी जाएगी यह बात हिन्दुओं को कष्ट देती रहेगी । न्यायवेत्ता अभियुक्त की मानसिकता और उद्देश्य समझ कर सजा तय करते हैं।

यहाँ अभियुक्तों की मानसिकता (१) गायों की जघन्य सामूहिक हत्या कर देश में दंगा कराने की है (२) केन्द्रीय भाजपा सरकार को शत प्रतिशत सीट देने पर मध्यप्रदेश को सबक सिखाने की है। इस पर राष्ट्रद्रोह की धारा के अन्तर्गत अभियुक्तों की सजा तय होनी चाहिए।

सजा के पात्र कलेक्टर या पुलिस अधीक्षक नहीं

स्वामी सदानन्द सरस्वती (Swami Sadananda Saraswati) ने कहा की सजा के पात्र कलेक्टर या पुलिस अधीक्षक नहीं गोहत्या करने वाले लोग हैं। इस प्रकरण का पूर्ण पटाक्षेप तभी होगा जबकि अभियुक्तों पर सामूहिक हत्या के लिए कठोर दण्ड सुनिश्चित होगा ।

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चूंकि उच्चस्तरीय जाँच एजेंसियों को लगाया गया है किन्तु इनका कार्य मात्र आरोपियों को पकडना नहीं अपितु इस प्रकरण के पीछे जो साजिशकर्ता हैं उनका भी पर्दाफाश करना होना चाहिए। बतौर हिन्दू समाज के धर्माचार्य होते हुए इस प्रकरण पर बेबाक बोलने से हमें कोई नहीं रोक सकता।

गाय को “राष्ट्रमाता” का दर्जा दिया जाय

अब न्याय करना और न्याय होता हुआ दिखना भी चाहिए वरना हिन्दू अगर बागी हुआ तो सरकार को ही खामियाजा भुगतना होगा। इसका हमलोगों ने समाधान दिया है स्वामी सदानन्द सरस्वती (Swami Sadananda Saraswati) ने कहा की गाय को “राष्ट्रमाता” का दर्जा दिया जाय। संविधान और कानून बन जाने से न केवल भाजपा अपितु सभी राजनैतिक दलों की भी जबाबदेही बन सकेगी । अब सरकार को यह चुनौती स्वीकार करनी ही होगी वरना सरकारें आगे भी मध्यप्रदेश और देश में होने वाली दुर्घटनाओं के लिए तैयार रहे।

समाचार पत्रों और विभिन्न संचार साधनों से यह प्रकरण देशव्यापी हो चुका है। इस पर उचित निर्णय सरकार के लिए लाभप्रद एवं इसकी अनदेखी करना अहितकर होगा। अगर इस तरह की पुनरावृत्ति होती है तो शीतयुद्ध जैसा वातावरण बनने लगेगा

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इसलिए इसे गंभीरता से लेते हुए इस तरह का कार्य हो कि कोई दुबारा ऐसा करने की सोच भी न सके। सनातन वैदिक मान्यता है गाय चलता फिरता देवता है। घर-घर में भले गाय न हो पर गाय के प्रति श्रद्धा सभी के मन में है। इसलिए हम बार बार आगाह कर रहे हैं कि इस प्रकरण को गम्भीरता से लिया जाय ।

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Alok Singh

मेरा नाम आलोक सिंह है मैं भगवान नरसिंह की नगरी नरसिंहपुर से हूं ।और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में आया था ।मुझे पत्रकारिता मैं इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया का 20 वर्ष का अनुभव है खबरों को प्रमाणिकता के साथ लिखने के हुनर में माहिर हूं।

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