अरब सागर की 2 मौसम प्रणालियों का मध्य प्रदेश में दिखेगा ऐसा प्रभाव बरसेगा पानी

एक जून से लेकर के 30 सितंबर (MP Weather Update 2024) तक के होने वाली बरसात को मानसूनी बरसात माना जाता है

MP Weather Update अरब सागर की दो मौसम प्रणालियों का मध्य प्रदेश में दिखेगा ऐसा प्रभाव आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों से मानसून की वापसी तो हो गई है लेकिन कुछ हिस्सों में बारिश रिकॉर्ड तोड़ हो रही है जी हां बताया जा रहा है कि इस बीच में बुधवार को कुछ जिलों में भयंकर बरसात हुई है।

जिसमें मौसम विभागों ने इसको मानसूनी बारिश नहीं मानता क्योंकि एक जून से लेकर के 30 सितंबर तक के होने वाली बरसात को मानसूनी बरसात माना जाता है यह बुधवार को अरब सागर में बनी दो मौसम प्रणालियों के एक्टिव होने से यह प्रभाव प्रदेश की दक्षिणी भाग में हल्की से मध्यम बारिश होना चालू हो गई है।

बारिश के बाद ठंड का असर प्रदेश में 20 अक्टूबर के बाद में ठंड जबरदस्त एंट्री देखी थी हां जिसमें रात के तापमान में गिरावट होगी और दिन का तापमान 33 से 34 डिग्री के बीच में बना रहेगा या ठंड का असर उन जिलों में सबसे अधिक देखने को मिलेगा जहां पर मानसून पहले ही विदा हो चुका है। बताया जा रहा है कि दीपावली तक की भोपाल सहित पूरे प्रदेश में ठंड की एंट्री हो जाएगी।

जी हां बताया जा रहा है कि बुधवार को सुबह 8:30 से लेकर की शाम 5:30 तक के बैतूल में और नरसिंहपुर में 4 पचमढ़ी में 0.6 सतना में 0.4 इंदौर में 0.3 मिलीमीटर बरसात को रिकॉर्ड किया गया है।

जी हां बताया जा रहा है कि प्रदेश में रात का सबसे कम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस मंडल में रिकॉर्ड कर लिया है इन चीजों में होगी बारिश आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां बुधवार को दिन का सबसे ज्यादा तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस गुना में दर्ज किया गया।

और यही तापमान खजुराहो में भी था जिसमें मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक गुरुवार को जबलपुर नर्मदा पुरम इंदौर संभाग के जिलों में गलत चमक के साथ में मध्य बरसात हो सकती है जबकि इसके बच्चे हुए शेष क्षेत्र में बूंदाबांदी होने की संभावनाएं जताई गई है।

इस वजह से एमपी में बारिश हुई वापसी

आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं की मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में मानसून की वापसी वर्तमान में मिनिकाय और उससे लगे हुए यह अरब सागर पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है और वही कोकण से लेकर के अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र तक के एक द्रोणीका भी बनी हुई है।

जिसमें बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान के आसपास में एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के प्रभाव से हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात का रूप धारण कर लिया है राजस्थान पर एक प्रति चक्रवात बना है और इसी का प्रभाव मध्य प्रदेश में भी नजर आ रहा है।

जाने कहां होगी बारिश

आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र तथा राजस्थान पर प्रति चक्रवात की बनी होने के वजह से अब मध्य प्रदेश में विपरीत प्रकृति की हवाएं प्रवेश कर रही है जी हां और इस वजह से जबलपुर संभाग के जिलों में बादल भी घने छाए रहेंगे।

और दक्षिणी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं बरसात हो रही है और यह स्थिति अभी भी दो-तीन दिन तक के बनी रह सकती है बताया जा रहा है कि गुरुवार को भी जबलपुर नर्मदा पुरम तथा इंदौर संभाग के विभिन्न जिलों में बरसात होने की असर है।

मानसून के दो सिस्टम एक्टिव

आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह मौसम विज्ञानों के अनुसार बताया जा रहा है कि श्रीलंका तथा उसके आसपास साइक्लोनिक सरकुलेशन सिस्टम एक्टिव हो गया है और यह लक्ष्यदीप के आसपास भी एक सिस्टम बन गया है इसके वजह से एमपी के दक्षिण तथा पूर्व पूर्वी हिस्सों में घने बादल छाए रहेंगे।

यहां मध्य प्रदेश में मानसून की विदाई के पहले ही और एक बार जोरदार बारिश होगी बताया जा रहा है कि आज 10 जिलों में बरसात हो सकती है।

Shailendra

I am Shailendra, I have done my B.Com from Rani Durgavati Vishwavidyalaya Jabalpur. After graduating in B.Com (Computer Science), I have also done LLB. I keep myself informed about the country, world and social concerns and I am fond of writing. I like writing good articles.

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