Anganwadi Malnutrition Issue:एमपी सदन में गूंजा आंगनबाड़ी और कुपोषण का मुद्दा 4 हजार से अधिक जर्जर
आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए सरकारी भवनों का एमपी में टोटा है।
Anganwadi Malnutrition Issue: यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह मध्य प्रदेश में 34000 आंगनबाड़ी के में सरकारी भवन नहीं है बताया जा रहा है कि इसमें से 4000 से अधिक की हालत खराब बताई गई है और यह आपको जानकर हैरानी हो जाएगी कि यह नोनीहालों के लिए बनाए गए आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए सरकारी भवनों का एमपी में टोटा है।
और इसी के वजह से 34143 आंगनबाड़ी केंद्र भवन विहीन है सबसे ज्यादा चिंता वाली बात तो यह है कि 4044 आंगनबाड़ी या तो जर्जर भवनों में संचालित हो रही है जिससे बच्चों पर खतरा आया हुआ है।
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सरकार विधानसभा में जानकारी
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि सरकार ने इस बात को विधानसभा में स्वीकार किया है कि विधानसभा सत्र के दौरान मंगलवार को यह खुलासा हो गया कि विधानसभा में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री द्वारा दी गई।
जिसमें विधायक कंचन मुकेश तन्वी ने सवाल किया था कि उनको सरकार से आंगनबाड़ी केंद्र और उनसे संबंधित वित्तीय जानकारी मांगी थी नहीं है।
केंद्रों में बाउंड्रीवाल तक नहीं
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां मध्य प्रदेश की महिला तथा बाल विकास विभाग की मंत्री निर्मला भूरिया ने यह बताया है कि 34143 आंगनबाड़ी के सरकारी भवन नहीं है और 444 की हालत जर्जर बताई जा रही है।
जबकि 2169 आंगनबाड़ी केंद्र सरकारी भवन में संचालित हो रहे हैं अकेले खंडवा विधानसभा क्षेत्र में ही साहित्य आंगनबाड़ियों में बाउंड्रीवाल नहीं है जबकि इसके 1875 केंद्र शासित भावनाओं में संचालित हो रहे हैं ।
कुपोषण के मामले पर सरकार का निशान
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि यह महिला तथा बाल विकास विभाग ने जवाब देते हुए बताया है कि प्रदेश की कई आंगनबाड़ी है स्कूल भावना सामुदायिक भवनों पंचायत भवन किराया तथा अन्य और शासकीय भवनों में संचालित हो रही है।
जिससे पहले सदन में कुपोषण का मामला गूंज उठा था और यह शिवपुरी जिले के पोहरी में कांग्रेस विधायक ने कुपोषण का मामला उठाया है।
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